बस्तर में 'उफान पर हौसला' : प्रसव पीड़िता को स्वास्थ्य कर्मियों ने पहले बोट से कराया नदी पार, फिर नाले पर रास्ता बनाकर एंबुलेंस को पहुंचाया अस्पताल... इतनी मेहनत के बाद गूंजी 'लक्ष्मी' की किलकारी

बाढ़ के कारण कई पुल-पुलिया डूब चुके हैं। इससे लोगों को आने-जाने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल तक ले जाने के लिए पानी से भरा नाला बाधा बना। स्वास्थ्य कर्मियों ने क्या किया पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-07-16 13:53 GMT

सुकमा से अमन भदौरिया के साथ रोशन चौहान दोरनापाल। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले का कोंटा इलाका बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। यहां कई इलाकों में बारिश तो थमी रही, मगर गांवों में बाढ़ के पानी की वजह से लोग मुश्किल में रहे। इस इलाके में कोंटा नगर, फंदीगुडा पुलिया और इंजरम पुलिया डूब चुकी है। इस कारण लोगों को आने-जाने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं एक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होने पर उसे अस्पताल तक ले जाने के लिए पानी से भरा नाला बाधा बन रहा था। इस पर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने खुद रास्ता बनाया और गर्भवती को अस्पताल पहुंचाया।

दरअसल दुलेड़ पंचायत में रहने वाली गर्भवती संगीता यादव को शनिवार सुबह संगीता को प्रसव पीड़ा हुई। गांव के नाले बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। परिवार के लोगों ने अस्पताल के लोगों से संपर्क किया। डूबे इलाके में एंबुलेंस नहीं जा सकती थी। फिर भी चिंतागुफा की स्वास्थ्य टीम ने हार नहीं माना। महिला को बोट से नदी पार कराते हुए दूसरी तरफ लाया गया। इधर मिनपा तक जाने एंबुलेंस निकली तो थी पर बुरकापाल नाला ने रास्ता रोक लिया। इसके बाद चिंतागुफा के स्वास्थ्य कर्मचारियों और वाहन चालक ने खुद एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया। इसमें महेंद्र काको सुपरवाइजर, राजेश्वरी, संजना और दिलीप नायक वाहन चालक ने फावड़ा पकड़कर पानी से भरे नाले को वाहन निकलने लायक रास्ता बनाया। फिर गर्भवती को गाड़ी में बैठाकर नाला पार करवाया और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिंतागुफा में भर्ती कराया, जहां महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया।

गौरतलब है कि क्षेत्र में बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। अत्यधिक वर्षा के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है और कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है। बस्तर संभाग में भारी बारिश के कारण अंदरूनी इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई गांव टापू बन गए हैं। इसी कड़ी में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने दौरा किया। एनएच 30 पर बाढ़ का पानी आ जाने के चलते मंत्री लखमा पिकअप वाहन में सवार होकर इंजरम पहुंचे। इस दौरान मंत्री लखमा ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों तक समय पर मदद पहुंचाएं और उनकी जो भी आवश्यकताएं हैं, उसे समय पर उपलब्ध कराएं। राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो इसका विशेष ध्यान रखें। वहीं कलेक्टर हरीश एस और एसपी सुनील शर्मा ट्रैक्टर पर सवार होकर बाढ़ ग्रस्त इलाके के लोगों से मिलने पहुंचे। देखिए वीडियो-


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