गरीबी भी नहीं डाल पाई सफलता की राह में रोड़े : छोटे से ग्राम से की पढ़ाई की शुरुवात, बनाया IIT BHU में अपना स्थान... अब मदद की दरकार
पैसे की कमी होने के कारण उनको खुद छत्तीसगढ़ के भाटापारा जा कर कार्य करना पड़ा। बावजूद इसके उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। यहां से उन्होंने बगैर कोचिंग सेंटर और बगैर स्टिट्यूट के अपनी पढ़ाई जारी रखी और खुद से पढ़ाई की। पढ़िए पूरी खबर...;
राहुल यादव-लोरमी। मुंगेली जिले के लोरमी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम लचनपुर निवाशी हे राम ध्रुव का हुआ इंजीनियरिंग JEE एडवांस परीक्षा में st में 1492 रेंक ला कर बनारस उत्तर प्रदेश के IIT BHU स्थान प्राप्त किया है। इससे छत्तीसगढ़ प्रदेश में खुशी का माहौल है। और भला क्यों न हो एक तरफ मुंगेली जिला आदिवासी समुदाय के लोगों से जाना जाता रहा है। वहीं, हे राम ध्रुव ने अपना नाम बनारस के सुप्रसिद्ध संस्थान IIT BHU में चयनित होकर अपने ग्राम और आदिवासी समाज का नाम रोशन किया है।
बगैर कोचिंग के रखी पढ़ाई जारी
हे राम ध्रुव ने बताया कि उसके माता-पिता ने मेहनत मजदूरी करके उसे इस काबिल बनाया। उसने बताया कि लोरमी के छोटे से ग्राम पंचायत लचनपुर के सरस्वती शिशु मंदिर में उन्होंने अपनी पहली से 8 वीं तक कि पढ़ाई की। इसके बाद पैसे की कमी होने के कारण उनको खुद छत्तीसगढ़ के भाटापारा जा कर कार्य करना पड़ा। बावजूद इसके उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। यहां से उन्होंने बगैर कोचिंग सेंटर और बगैर स्टिट्यूट के अपनी पढ़ाई जारी रखी और खुद से पढ़ाई की।
12 लाख लोगों के बीच बनाया अपना स्थान
इसमें उन्होंने 2022 फरवरी में 12 लाख लोगों के बीच अपना स्थान 1492 रेंक लाया। इससे लोरमी विधानसभा क्षेत्र गौरवन्तित हो उठा। उन्होंने अपने स्थान पाने का श्रये अपने माता पिता ओर गूगल के coo सूंदर पिचाई को दिया, जिनसे उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली। उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया भूपेश बघेल से और शिक्षा मंत्री से उनकी आगे की पढ़ाई में होस्टल की फीस और लैपटॉप दिलाने की हमारे "हरिभूमि डॉट कॉम" के सहयोगी चैनल inh 24×7 के माध्यम से गुजारिश की है और हमेशा आभारी रहने की बात कही है। देखें वीडियो...