इस हाईस्कूल का हर कमरा है जर्जर : छत का प्लास्टर कई बार गिर चुका, शिक्षक और सैकड़ों बच्चे डर के साए में आ रहे स्कूल
स्कूल के तीन कमरे, लैब, स्पोर्ट्स और बैठक रुम का भी छज्जा गिर चुका है। कई कमरों में छज्जा लटक रहा है। ऐसे में तीन कमरों को बन्द कर के रखना पड़ा है। ताकि कोई हादसे का शिकार न हो। पढ़िए पूरी खबर....;
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के एक स्कूल में लगातार हो रही बरसात के कारण स्कूल के भवन का छज्जा भरभराकर नीचे गिर गया। इस र्दुघटना में किसी को चोट नहीं लगी है। ग्राम पंचायत गोढ़ी में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई है।
मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय की प्राचार्या बीके चक्रवर्ती ने बताया कि भवन बहुत पुराना है। कई बार छज्जा गिर चुका है, इससे पहले भी हादसा हो चुका है। हादसे का सुखद पहलू यह रहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। जर्जर भवन की शिकायत सम्बंधित विभाग को भी दी जा चुकी है। पूर्व कलेक्टर रानू साहू खुद दौरे पर आई थी उन्हें भी अवगत कराया जा चुका है। उसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
लटक रहा है कई कमरों का छज्जा
प्रिंसपल ने ये भी बताया कि स्कूल के तीन कमरे, लैब, स्पोर्ट्स और बैठक रुम का भी छज्जा गिर चुका है। कई कमरों में छज्जा लटक रहा है। ऐसे में तीन कमरों को बन्द कर के रखना पड़ा है। ताकि कोई हादसे का शिकार न हो। प्रिंसपल और उनके साथ 17 टीचर सहित 575 बच्चे डर के साये में यहां पढ़ने और पढ़ाने को मजबूर हैं। जर्जर भवन के चलते कोई हादसा न जाये इस बात की सावधानी बरते हुए खुद और टीचर बाहर बैठ कर काम करते है।
जर्जर है, इसलिए लैब बंद है
टीचर महेंद्र कुमार रात्रे ने बताया कि रोज स्कूल आते ही बच्चे और सारे टीचर भयभीत रहते है कि कही का कोई छज्जा किसी के ऊपर गिर न जाए। लैब और कमरा बन्द रहने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
टीचर महेंद्र कुमार रात्रे का कहना है,
बहरहाल हादसे की जानकारी उच्च अधिकारियो अवगत करा दिया गया है, उम्मीद जताई जा रही है,कि शिक्षा विभाग इस मामले को गंभीरता से लेगी और नए भवन की दिशा में उचित कदम उठाएगा।