आबकारी फिर से भुनाएगा ऑनलाइन सिस्टम, पिक-अप काउंटर खोलने की तैयारी

लॉक डाउन हटने के बाद दुकानों से हटाई गई पिक-अप की व्यवस्था एक बार फिर से लागू करने आबकारी विभाग ने ऑनलाइन सिस्टम भुनाने तैयारी की है। खबर है कि कैश काउंटर के साथ दुकानों में पिक-अप काउंटर दोबारा खुलेंगे। ऑनलाइन बुकिंग कराने वालों को च्वाइस की बोतलें दूसरी खिड़की से दी जाएंगी।;

Update: 2021-08-04 02:25 GMT

लॉक डाउन हटने के बाद दुकानों से हटाई गई पिक-अप की व्यवस्था एक बार फिर से लागू करने आबकारी विभाग ने ऑनलाइन सिस्टम भुनाने तैयारी की है। खबर है कि कैश काउंटर के साथ दुकानों में पिक-अप काउंटर दोबारा खुलेंगे। ऑनलाइन बुकिंग कराने वालों को च्वाइस की बोतलें दूसरी खिड़की से दी जाएंगी। लॉकडाउन के वक्त दुकानें बंद रहने और फिर ऑनलाइन डिलीवरी शुरू होने के बाद शौकीनों ने इतनी संख्या में शराब की बुकिंग कराई कि सिस्टम थर्रा गया।

अचानक से ओवरलोड बुकिंग होने के चलते ऑनलाइन सिस्टम में साॅफ्टवेयर थोड़ी-थोड़ी देर में क्रेक होता रहा। अनलॉक के आदेश के बाद जब दुकानों में सामान्य व्यवस्था हुई तो आबकारी ने पिक-अप काउंटर हटाने निर्णय लिया। कैश काउंटर से सेलिंग के बाद कई तरह की शिकायतें फिर से बढ़ने के बाद वरिष्ठ अफसर अब दोबारा ऑनलाइन सिस्टम लागू करने की मंशा जाहिर कर रहे हैं। बताया जा रहा है आने वाले कुछ ही दिनों में फिर से ऑनलाइन ट्रैक पर शराब कारोबार शुरू किया जा सकेगा।

बढ़ाए गए सर्वर लिंक

लॉकडाउन में शौकीनों की नेटवर्किंग ट्रैक को देखते हुए ऑनलाइन पोर्टल के लिए लिंक बढ़ा दिए गए हैं। प्रमुख सर्वर के अलावा 25 से 30 लिंक हैं, जो ऑनलाइन बुकिंग के लिए हर समय उपलब्ध हैं। आबकारी अधिकारियों का कहना है इससे बुकिंग कराने वालों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। कैश काउंटर अलग रहने से पहले जैसे नेटवर्क का ट्रैफिक जाम होना मुश्किल ही है।

दुकानों में गड़बड़ियां

कैश काउंटर पहुंचने वाले शौकीनों को कई बार पैसे देकर भी पसंद की शराब नहीं मिलती। आबकारी के हेल्पलाइन नंबर में सैकड़ों शिकायतें ब्रांड का टोटा होने की मिल रही हैं। कई बार देखा गया है कि जब कर्मचारी बदमाशी करते हैं। ब्रांड की शराब का टोटा बताकर उसी में से बोतलों को अतिरिक्त मूल्य के साथ बेचा जाता है। इस तरह से अवैध उगाही होती है। शिकायतें बढ़ने के बाद दोबारा ऑनलाइन ट्रैक पर फोकस है।

पिकअप के लिए चाहिए

शराब के शौकीनों को च्वाइस की शराब के लिए मोबाइल नंबर और आधार नंबर जरूरी है। आबकारी ने अपना वेबपोर्टल लिंक जारी किया है। प्लेस्टोर में मोबाइल एप मौजूद है। एप में शराब की कीमत और संबंधित दुकान में ब्रांड के स्टॉक देखे जाने की सुविधा है।

विचार कर रहे

शराब दुकानों में अवैध तरीके से कारोबार करने की शिकायतें आ रही हैं। ऑनलाइन सिस्टम बेहतर है। फिर से पिकअप काउंटर के लिए विचार किया जा रहा है।


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