लापरवाही की इंतहा : 11 मौतों के बाद भी सजगता नहीं, खतरे में जान.. प्रशासन बना अनजान, मालवाहकों में सामान की तरह लदकर हो रही सवारी
चंद दिनों पहले ही बलौदाबाजार-भाटापारा मार्ग पर हुए सड़क हादसे में 11लोग अपनी जान गवां चुके हैं। बावजूद इसके छत्तीसगढ़ में मालवाहक वाहन में सवारियों को ढ़ोने का सिलसिला बिना किसी रोक-टोक के जारी है। पढ़िए पूरी खबर…;
कुश अग्रवाल- पलारी। मालवाहक वाहन में सवारियां लाने, ले जाने का सिलसिला जारी है। छत्तीसगढ़ में यह नजारा आम है। आज भी लोग बारात सगाई एवं छठी जैसे कार्यक्रमों में बेखौफ होकर मालवाहको का धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। देखिए वीडियो...
नींद में पुलिस-प्रशासन
आम लोगों की जान खतरे में है लेकिन प्रशासन है कि अनजान बना हुआ है। बता दें कि बलौदाबाजार-भाटापारा मार्ग पर हुए सड़क हादसे में 11लोगो की मौत होने पर रायपुर से लेकर दिल्ली तक चर्चा रही। इस दर्दनाक हादसे के 4 दिन गुजरने के बाद भी स्थानीय पुलिस या आरटीओ अधिकारियों की नींद फिर भी नहीं खुली है। देखिए वीडियो...
सब कुछ भगवान भरोसे
यहां तक प्रशासन की अपील का भी लोगो पर कोई असर नहीं हो रहा है। अब सवाल यह है कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी अगर अधिकारी अपनी कुर्सी से न हिले तो फिर व्यवस्था का भगवान ही मालिक होगा। सवारी अगर जिंदा रह गई तो भगवान की मर्जी, मर गए तो भगवान की मर्जी।