किसानों का नहीं मिल रहा ऋण : ब्लाक मुख्यालय से निराश लौट रहे किसान, ऋण के लिए खानी पड रही दर-दर की ठोकरें...

ग्रामीण अंचल के किसान कई किलोमीटर की दूरी तय करके ब्लाक मुख्यालय पहुंचते है। परन्तु किसानो को ग्रीष्म कालीन ऋण नही मिलने के चलते निराश होकर घर लौटना पड़ रहा है.. पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-01-11 08:35 GMT

कुलजोत संधु-केशकाल-कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में किसानो को ग्रीष्म कालीन ऋण नही मिल पा रहा है। कोंडागांव जिले के अंतर्गत आने वाले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 7312 पंजीकृत किसानो के द्वारा प्रति वर्ष केसीसी ऋण, धान, खाद बीज ऋण, वर्मी कम्पोस्ट का लेंपस की ओर से वितरण किया जाता है। वही वर्ष 2022-23 में किसानो को ग्रीष्म कालीन ऋण के लिए दर-दर की ठोकर खानी पड रही है।

मिली जानकारी के अनुसार, विगत कई दिनों से किसानो को खाद तो उपलब्ध हो रहा है। परन्तु ऋण का नगद भुगतान नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण अंचल के किसान कई किलोमीटर की दूरी तय करके ब्लाक मुख्यालय पहुंचते है। परन्तु किसानो को ग्रीष्म कालीन ऋण नही मिलने के चलते निराश होकर घर लौटना पड़ रहा है। फरसगांव जिला सहकारी बैंक के अंतर्गत आने वाले रांधना, भंडारसिवनी, बोरगांव, देवगांव, लुभा, उरंदाबेड़ा, बड़ेडोंगर, लंजोड़ा और फरसगांव लेम्पस समितियों के द्वारा किसानों का ग्रीष्म कालीन ऋण का केस तैयार कर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित फरसगांव में विगत कई दिनों से भेजा जा रहा है। परन्तु किसानों को ऋण नही मिल पा रहा है।

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किसानो ने अपने-अपने खेतों में मक्का, धान, गेंहू, आलु, भिंडी, मिर्च, गोभी और अन्य फसल लगाई है। परन्तु किसानों को केसीसी ऋण का नगद भुगतान नहीं होने के चलते पैसे के अभाव में किसानों को खाद, दवा मजदूरी भुगतान ट्रेक्टर का भुगतान दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बीते वर्ष में लगभग 1487 किसानो ने 4 करोड़ 92 लाख 47 हज़ार रूपयो का ग्रीष्म कालीन ऋण लिया था वर्तमान में 177 किसानो का ग्रीष्म कालीन केसीसी ऋण भुगतान बकाया बताया जा रहा है।


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