अक्ति पर किसानों ने निभाई परम्परा : विधि-विधान से भूमि पूजन कर खेतों में बीज बोने की शुरुआत..

प्राचीन समय से चली आ रही मान्यता के अनुरूप हर वर्ष अक्षय तृतीया के दिन किसान अपने खेत का भूमि पूजन कर नए खेती सीजन का शुभारंभ करते हैं। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-04-23 08:16 GMT

देवराज दीपक-सारंगढ़-बिलाईगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के किसानों ने अक्षय तृतीया के अवसर पर खेतों में पहुंच कर विधि-विधान से भूमि पूजन किया। इस दौरान आगामी फसल को लेकर किसानों का उत्साह देखते ही बन रहा था। किसान इसी दिन का इंतजार बेसब्री से करते हैं। इस दिन किसानों ने खेतों मे बीज बोने खेती का कार्य शुरू करते हैं।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के कई हिस्सों में अक्ति के दिन से ही किसान खेतों को जुताई-खुदाई कर बोने योग्य मिट्टी तैयार करने में लग जाते हैं। वहीं वे किसान जो समय के अभाव और अन्य कारणों से बोनी नहीं कर पाए, वे पुरोहित से तिथि पूछकर धान बोनी कि शुरुआत करेंगे। अक्ति का दिन इतना शुभ माना जाता हैं कि इस दिन कोई शुभ मुहूर्त की आवश्यकता नहीं होती।

प्राचीन समय से चली आ रही परम्परा

किसान कुरुपति गुप्ता ने बताया कि, प्राचीन समय से चली आ रही मान्यता के अनुरूप हर वर्ष अक्षय तृतीया के दिन किसान अपने खेत का भूमि पूजन कर नए खेती सीजन का शुभारंभ करते हैं। जिससे खेती कार्य बहुत ही अच्छा होता है। अक्षय तृतीया किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। किसान अपने जिंदगी कि राह वह अपने कर्तव्य का मार्ग इसी दिन खुल जाता है। खेती में अच्छी पैदावार के लिए भगवान परशुराम की पूजा - अर्जन करते है और पकवान व्यंजन बनाते हैं।

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