पहली बार 21 तरह के दिव्यांगों को सुविधा देगा माशिम, इसके पहले थी केवल 7 कैटेगरी
रायपुर: माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा मार्च 2023 से होने वाली बोर्ड परीक्षा में सभी तरह के दिव्यांगाें को सुविधा दी जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगों की 21 केटेगरी निर्धारित की गई है।;
रायपुर: माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा मार्च 2023 से होने वाली बोर्ड परीक्षा में सभी तरह के दिव्यांगाें को सुविधा दी जाएगी। केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगों की 21 केटेगरी निर्धारित की गई है। इनमें से केवल 7 तरह के दिव्यांगों को ही परीक्षा में विशेष छूट दी जाती थी। अब सभी तरह के दिव्यांगों को यह छूट मिलेगी। समग्र शिक्षा के अंर्तगत केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांग बच्चों को बाधारहित वातावरण तैयार कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की काेशिश की जा रही है। इसके तहत ही यह व्यवस्था की जा रही है। इन केटेगरी की सूची माशिम द्वारा जारी की जा चुकी है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल बाेर्ड परीक्षाओं के पहले दसवीं और बारहवीं के छात्रों के आंकड़े जिला शिक्षा कार्यालय को उपलब्ध कराएगा। कौन से विद्यालय में, कितने दिव्यांग छात्र शामिल होंगे, इसकी जानकारी उन्हें दी जाएगी। इसके आधार पर ही जिला स्तर पर दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए व्यवस्था होगी। गौरतलब है कि दसवीं की परीक्षाएं 2 मार्च से तथा बारहवीं की परीक्षाएं 1 मार्च से शुरू हो रही हैं।
संवेदनशीलता बरतने निर्देश
बोर्ड द्वारा निर्धारित सुविधाओं से कोई भी दिव्यांग बच्चे वंचित न रहें, इसके लिए जिला स्तरीय अधिकारी को संवेदनशीलता के साथ विशेष रूप से प्रयास करने कहा गया है। वेबिनार आयोजित कर परीक्षा में सम्मिलित होने वाले दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक सहित दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को भी जानकारी दी जा रही है। दसवीं की परीक्षा में 1637 तथा 12वीं की परीक्षा में 1146 दिव्यांग परीक्षार्थी शामिल हाे रहे हैं।
देना होता है आवेदन
दिव्यांग परीक्षार्थियों को परीक्षा में अतिरिक्त समय दिए जाने के साथ ही कई अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं। आवश्यकता होने पर छात्रों को राइटर भी उपलब्ध कराया जाता है। राइटर के लिए भी मापदंड तय होते हैं। किसी भी तरह की सुविधा प्राप्त करने के लिए छात्रों द्वारा परीक्षा पूर्व आवेदन देना अनिवार्य होता है। इसके अलावा दिव्यांगता का मेडिकल सर्टिफिकेट भी अनिवार्य किया गया है। पूर्व में जिन 7 केटेगरी के छात्रों को सुविधा प्रदान की जाती थी, उनमें दृष्टिबाधिक, मूक-बधिर, अस्थिबाधिर प्रमुख हैं। अब सभी 21 प्रकार के दिव्यांगाें को शामिल किए जाने के कारण छूट प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ गई है।