फोरलेन बना जी का जंजाल : 6 माह से निर्माण की कछुआ चाल ने किया लोगों को परेशान, चमचमाती फोरलेन की आस जगाकर गड्ढों में झोंक दिया शहर को
29 करोड़ रुपए से बनने वाले रोड चौड़ीकरण के काम में न तो क्वालिटी है और न ही इसे गंभीरता से किया जा रहा है। हर तरफ ठेकेदार की ओर से खोदे गए गढ्ढे जानलेवा बनते जा रहे हैं। पिछले दिनों इनके जेसीबी से एक व्यक्ति घायल हो गया, उसकी हड्डी फेक्चर हो गई।;
श्यामकिशोर शर्मा/नवापारा-राजिम। छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहलाने वाली नगरी राजिम-नवापारा इन दिनों 4 लेन सड़क के निर्माण की कछुआ चाल से परेशान है। दरअसल कुर्रा से राजिम के पंडित जवाहरलाल नेहरू पुल तक फोरलेन का काम 6 माह पहले 21 जून 2022 को विधायक धनेंद्र साहू के शिलान्यास और भूमिपूजन करने के बाद शुरू तो किया गया, लेकिन ये काम बीते 6 माह में न के बराबर हुआ है। कछुआ चाल से हो रहे काम को लेकर शहर के नागरिकों में आक्रोश का वातावरण बन चुका है। शहर की सड़कों को दोनों तरफ से खोदकर रख दिया गया है, जिससे व्यवसाय करने वालों को पिछले 6 माह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे-छोटे ठेले वाले जो रोज कमाते हैं, रोज खाते हैं, इनका भी धंधा चौपट हो चुका है।
29 करोड़ रुपए से बनने वाले रोड चौड़ीकरण के काम में न तो क्वालिटी है और न ही इसे गंभीरता से किया जा रहा है। हर तरफ ठेकेदार की ओर से खोदे गए गढ्ढे जानलेवा बनते जा रहे हैं। पिछले दिनों इनके जेसीबी से एक व्यक्ति घायल हो गया, उसकी हड्डी फेक्चर हो गई। बताया जा रहा है कि ठेकेदार काम तो ले लेता है, मगर ध्यान नहीं देता। पिछले 6 महीने में शहर के लोग इस ठेकेदार की शक्ल तक नहीं देखे हैं। केवल नौसीखिए स्टाफ और वो भी बहुत कम की संख्या में है, जिन्हें इस काम की जवाबदारी दे दी गई है। ठेकेदार के स्टाफ इतने गैरजिम्मेदार है कि किस प्वाइंट को जल्दी करना है, इन्हें वो भी समझ नहीं है। वहीं इस काम को लेकर विभागीय अधिकारी तक असहाय नजर आ रहे हैं। एनएच के अधिकारियों का नियंत्रण भी ठेकेदार पर नहीं है।
ठेकेदार को निलंबित करने की मांग
शहर में लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ता चला जा रहा है। बढ़ते ट्रैफिक के हालात को देखते हुए विधायक धनेंद्र साहू ने शासन स्तर में पहल किया और 29 करोड़ रुपए स्वीकृत कराके इस काम को जल्द पूरा करने के लिए भूमिपूजन भी किया। इधर लगातार पर्व है। 7 जनवरी को राजिम भक्तिन माता की जयंती है। पूरे प्रदेश भर के साहू समाज के लोग हजारों की संख्या में यहां पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई मंत्री, सांसद, विधायक यहां आ रहे हैं। इसके साथ ही फरवरी में होने वाले 15 दिवसीय माघी पुन्नी राजिम मेला की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में कुर्रा से लेकर राजिम पुल तक गाड़ियों का दबाव और बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। ऐसे में विभागीय उच्चाधिकारी यहां जब तक खड़े रहकर ठेकेदार को काम में टाइट नहीं करेंगे तब तक शायद ही यह काम आगे बढ़ पाएगा। अब नागरिकों ने इस ठेकेदार को निलंबित कर फिर से नया ठेका देने की मांग की है।
अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
इधर विधायक धनेंद्र साहू ने भी कछुआ चाल से हो रहे काम को देखकर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि विभागीय अफसर साइट में खड़े होकर इस काम को जल्द से जल्द पूरा कराए, नहीं तो गाज अधिकारियों के ऊपर ही गिरेगी। बता दें कि इस काम को बीच-बीच में रोककर, अधूरा छोड़कर मनमर्जी से आगे-पीछे काम लगा देते हैं, इसके कारण कोई भी काम में ठिकाना नहीं है। इनके ही स्टाफ की ओर से बताया गया है कि ठेकेदार के पास न तो पर्याप्त सामग्री है और न ही पर्याप्त मिस्त्री और मजदूर। 10-12 लोगों के भरोसे इस भारी भरकम 29 करोड़ के काम को ले लिया गया है।