बैंक फ्रॅाड मामले में रकम की बरामदगी अब तक नहीं
कैनरा बैंक टाटीबंद शाखा से क्लोनिंग चेक के माध्यम से साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा ठगी के मामले में पुलिस अब तक ठगी की रकम की बरामदगी नहीं कर पाई है। साथ ही पुलिस इस मामले में अब तक यह जानकारी नहीं जुटा पाई है कि ठगों ने ठगी की रकम कहां निवेश की है।;
कैनरा बैंक टाटीबंद शाखा से क्लोनिंग चेक के माध्यम से साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा ठगी के मामले में पुलिस अब तक ठगी की रकम की बरामदगी नहीं कर पाई है। साथ ही पुलिस इस मामले में अब तक यह जानकारी नहीं जुटा पाई है कि ठगों ने ठगी की रकम कहां निवेश की है। घटना में शामिल बैंक मैनेजर सहित हरिशचंद विष्णुपंत काले से पुलिस अब तक रकम की बरामदगी नहीं कर पाई है।
इस मामले में पुलिस को केवल इतनी जानकारी मिल पाई है कि बैंक मैनेजर ने अपने हिस्से की रकम को उधारी छूटने तथा अन्य कार्यों में खर्च किया है। शेष अन्य रकम ठगों ने कहां खर्च की है, इस संबंध में एसएसपी अजय यादव का कहना है कि आजाद चौक सीएसपी प्रशिक्षु आईपीएस अंकिता शर्मा के नेतृत्व में टीम गठित कर ठगों ने रकम कहां निवेश की है इस संबंध में जानकारी एकत्रित की जा रही है। इसके अलावा घटना के मास्टर माइंड एजाज कलीम, शमीम तथा रमेश के पकड़े जाने के बाद ही रकम के बारे में जानकारी मिल पाएगी कि ठगों ने ठगी की रकम को कहां निवेश किया है।
दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही
पुलिस के मुताबिक ठगों के छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड में ठगी करने की घटना के अलावा अन्य राज्यों में ठगी करने के बारे में जानकारी मिली है। इस आधार पर संबंधित राज्यों की पुलिस को सूचना दी गई है। साथ ही पकड़े गए ठगों के कब्जे से जब्त दस्तावेजों की जांच की जा रही है कि उन लोगों ने किन-किन लोगों को रकम दी है। जिन्हें रकम दी गई है उन लोगों को पूछताछ करने नोटिस भेजने की बात एसएसपी ने की है।
आखिर कहां खर्च की करोड़ों की रकम
इस बात को लेकर पुलिस हैरान है कि ठगों ने करोड़ों की ठगी की रकम को इतनी जल्दी कहां और कैसे खर्च किया है जबकि देश के ज्यादातर राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति थी। इस संबंध में जानकारी जुटाने पुलिस तकनीकी टीम की मदद ले रही है। पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक ठगी की रकम का एक बड़ा हिस्सा एजाज के पास जाता था। इसके साथ ही बची रकम में एजाज को अलग से कमीशन मिलता था।
ठगों को पकड़ने टीम गठित
एसएसपी के मुताबिक फरार ठगों के कुछ-कुछ लोकेशन पुलिस को मिल रहे हैं। उन लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है। ठगों को पकड़ने आजाद चौक सीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। इसके साथ ही बदमाशों को पकड़ने साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है
पड़ताल की जा रही
फरार ठगों के पकड़े जाने के बाद ही पता चल पाएगा कि ठगों ने ठगी की रकम कहां खर्च की है। ठगों से मिले दस्तावेजों की पड़ताल की जा रही है। साथ ही ठगों ने जहां रकम खर्च करने की बात कही है इसकी पुष्टि की जा रही है। ठगों को पकड़ने पुलिस टीम गठित की गई है।