DMF की राशि में फर्जीवाड़ा : वन विभाग ने बिना काम किये लाखों ठेकेदार को थमाए, लेकिन जंगल ट्रेल बनाने वाली जगह पर अब तक शुरू नहीं हुआ काम
पंकज भदौरिया-दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के वन विभाग में डीएमएफ राशि से जंगल ट्रेल संरचना के नाम से 1 करोड़ 80 लाख का फर्जीवाड़ा किए जाने मामला सामने आया है। रायपुर की द आर्ट फैक्ट्री नाम की एजेंसी से वन विभाग दंतेवाड़ा गीदम रेंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत कारली, हारम, और टेकनार में पर्यावरण संरक्षण संवर्धन एवं पर्यटन विकास के माध्यम से महिला स्व:सहायता समूह को रोजगार उपलब्ध करवाने की बात कह रहा है।
वन विभाग डीएमएफ के पैसे दंतेवाड़ा जिले में बारसूर के गणेश, ढोलकल मूर्ति, दंतेश्वरी मूर्ति कला आर्ट के नाम पर एक जंगल ट्रेल बनाने की बात कह रहा है। बताया जा रहा है कि इसके लिए विभाग ने पूरे 1 करोड़ 80 लाख रुपए खर्च करने का खाखा भी तैयार कर रखा है, जबकि इस कार्य के लिए किसी तरह का काम प्रस्तावित जगह में शुरू ही नहीं हुआ है। दूसरी तरफ जिस रायपुर की एजेंसी को यह काम दिया गया है, विभाग ने उस ठेकेदार को लगभग आधी राशि भी बिना काम किये ही निकाल दी है।
22 जुलाई को मंगाए गए सामान खराब हो रहे
वन विभाग ने इस जंगल ट्रेल के नाम पर दो प्लास्टिक के डोम और 8 प्लास्टिक पिल्लर दिखाया गया है, जिसे वन विभाग बीते 22 जुलाई को मंगवाया था, जो खराब होने लगा है। यह भी जानकारी दी गई है कि, यह कार्य तात्कालिक डीएफओ संदीप बलगा के कार्यकाल में हुआ है। वर्तमान में इनका नारायणपुर में हुआ है।
फाइल देखने पर ही कुछ बोल सकता हूं
इस संबंध में विन विभाग दंतेवाड़ा के वर्तमान डीएफओ सागर जाधव ने कहा कि उनका तत्काल में सुकमा जिले से दंतेवाड़ा तबादला हुआ है, इसलिए जब तक वे पूरी तरफ से स्वयं इस मामले में स्थल और फाइल देख नहीं लेते, कोई भी पक्ष मीडिया में नहीं दे सकते। गीदम रेंज के एसडीओ जितेंद्र कुमार ने कहा कि अभी काम शुरू करवाया जायेगा। 40% राशि ही दी गई है। जगह में कोई भी काम नहीं दिख रहा है, पूछे जाने में खामोशी छाई गई।