Fraud : आदिवासी विधवा महिलाओं का लाखों रुपए किया गबन, श्रम निरीक्षक समेत 3 के खिलाफ FIR दर्ज...
श्रम विभाग के निरीक्षक और कथित एजेंटों की तरफ से किए गए लाखों रुपए के गबन का मामला गरमाता जा रहा है। इस मामले में 11 और पीड़ित सामने आए है।...पढ़े पूरी खबर;
देवेश साहू/बलौदाबाजार- छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में श्रम विभाग के निरीक्षक और कथित एजेंटों की तरफ से किए गए लाखों रुपए के गबन का मामला गरमाता जा रहा है। बीते दिनों हरिभूमि.डॉट में खबर प्रकाशित होने के बाद से इस मामले में 11 और पीड़ित सामने आए है। पीड़ित महिलाओं के शिकायत के बाद थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने तत्कालीन श्रम निरीक्षक सहित नामजद तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि, पीड़ित आदिवासी महिला टिकेश्वर ध्रुव समेत 13 पीड़ित महिलाओं ने पति की मौत होने के बाद शासन की योजना के अंतर्गत सनिर्माण कर्मकार मण्डल मृत्यु योजना की राशि के संबंध मे आवश्यक दस्तावेज आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र की छाया प्रति और एक फोटो को तत्कालीन श्रम निरीक्षक मनोज मंडलेश्वर के कहने पर कथित एजेंट मीना वर्मा को सारे दस्तावेज दिए। वहीं पीड़ित महिलाओं ने ग्राम करमदा के रूखमणी वर्मा के घर जाकर आवेदन जमा किये।
क्या बैंक के कर्मचारी इस केस में शामिल हैं...
रूखमणी वर्मा नाम की ऐजेंट के घर पर बैंक आफ बडोदा शाखा भाटापारा में खाता खोलने के लिये फार्म भरे और महिलाओं का हस्ताक्षर और अंगुठा लगवाया। कुछ समय बाद बैंक ने खाता शुरू कर एटीएम दे दिया था। महिलाओं ने जब बैंक में पता लगाया गया तो पता चला की उनका पासबुक और एटीएम बैंक में कार्यरत ग्राम कोडापार के रहने वाले सुमित्रा ध्रुव को दिया गया है। इससे यह तो समझ आ गया कि, इस पूरे मामले में बैंक के कर्मचारी भी शामिल हैं।
पीड़ित महिलाओं ने लगाया आरोप...
पीड़ित महिलओं का आरोप है कि, आवेदिका टीकेश्वरी ध्रुव, तीजन बाई , रामहिन बाई, सेवकराम ठाकुर,विद्या यादव ,सुशीला ध्रुव ,पंचराम ध्रुव ,लोमश ध्रुव, बिसाली राम, श्याम बाई, बैसाखु साहू , रायसिंग निषाद, परेमिन बाई ध्रुव, रतन सिंह ध्रुव को भी छल कपट कर सभी का एक–एक लाख रूपये का धोखा दिया है। यानी कुल 14 लाख रूपये को एटीएम के माध्यम से श्रम निरीक्षक मनोज मंडलेश्वर, एजेंट मीना वर्मा , रूखमणी वर्मा, बैंक कर्मी सुमित्रा ध्रुव ने मिलकर गबन कर लिया। जिसके बाद आरोपियों पर धारा 420, 409,34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।
एजेंट ने फर्जी तरीके से खुलवाया खाता...
आवेदिका टिकेश्वरी ने बताया कि, पति की मौत के बाद मुख्यमंत्री और दिव्यांग सहायता योजना के तहत एक लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए मैं श्रम कार्यालय बलौदाबाजार पहुंची थीं। जहां मौजूद श्रम निरीक्षक से मुलाकात हुई। श्रम निरीक्षक ने आवेदिका को ग्राम खान की मीना वर्मा से मिलवाया और कहा कि, यह हमारे विभाग में एजेंट के रूप में काम करती हैं और मीना वर्मा जो भी दस्तावेज मांगे उसे दे देना, इन्ही के मार्गदर्शन में आपको योजना का लाभ मिलेगा। मैंने श्रम निरीक्षक के मार्गदर्शन पर सारे दस्तावेज मीना वर्मा खान को सौंपे थे। वहीं कुछ दस्तावेज लेने के लिए मीना वर्मा अपनी सहेली रुखमणी वर्मा के साथ ऑनलाइन आवेदन के नाम पर अपने साथ लाये लैपटाप कम्प्यूटर में लगी मशीन से अंगूठे का निशान भी लिया था।
आनलाईन आवेदन क्रमांक 4116710 अनुसार मेरा आवेदन 27 जून 2021 को हुआ था। जिसके बाद से मैने लगातार एजेंट और कार्यालय के चक्कर लगाना शुरू किए, कोई ना कोई बहाना बताकर मुझे वापस भेज देते थे। हाल ही में मुझे ऑनलाइन के माध्यम से पता चला कि, इस योजना अंतर्गत सहायता राशि 20 अक्टूबर 2021 को स्वीकृत होकर बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भाटापारा के खाता क्रमांक- 86748100000247 व आई.एफ.एस.सी. कोड- BARBODBBHRA में जा चुकी है, जबकि मैनें कभी भी बैंक शाखा में खाता नहीं खुलवाया। यह जानकर मैं खुद परेशान हूं कि बिना मेरी मर्जी के बैंक शाखा में खाता खुला कैसे गया?