Raipur News : कोटक महिंद्रा बैंक के दो अफसरों समेत 16 लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, ऐसे लगाया Bank को चार करोड़ 17 लाख रुपये का जुर्माना
Raipur News : लोगाों से सांठगांठ कर बैंक को चार करोड़ 17 लाख रुपए का चूना लगाया है। कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के दो अफसरों समेत 16 लोगों के खिलाफ सरस्वती नगर थाने में पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद अपराध दर्ज किया है। जानिए पूरी खबर...;
Raipur News : लोगों से सांठगांठ कर बैंक को चार करोड़ 17 लाख रुपए का चूना लगाया है। कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के दो अफसरों समेत 16 लोगों के खिलाफ सरस्वती नगर थाने में पुलिस ने कोर्ट के आदेश के बाद केस दर्ज किया है। बैंक अफसरों के खिलाफ अमानत में खयानत का भी मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि डायरेक्टर मार्केटिंग (Director Marketing) से जुड़े अफसर अनिल सिंह भदौरिया, दिलीप सिंह के अलावा ऋण लेने वाले सोनू देवांगन, सुधीर गुप्ता, अबान अहमद खान, भागवत प्रसाद यादव, परवेज खान, सुमित दुबे, अमित कुमार सिन्हा, नीरज राजपूत, रविकांत साहू, रमेश कुमार साहू, आरिफ रहमान सिद्दीकी, इरफान काजी, अयान काजी, शहाबुद्दीन अहमद काजी, अब्दुल हमीद के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ बैंक मैनेजर राजेश राठौर ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था। बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया कि दोनों बैंक अफसरों ने इन लोगों से सांठगांठ कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और कूटरचित जमानतदार पेश कर लोन पास कराया है।
सेकेंड हैंड ट्रक के आधार पर लोन
लोन लेने वाले लोगों ने सेकेंड हैंड ट्रक (Second Hand Truck) के दस्तावेज तथा बीमा दस्तावेज पेश कर लोन (Loan) हासिल किया है। लोन लेने वाले लोगों को ट्रकों का भौतिक सत्यापन कराने के लिए कहा गया तो वे अपने ट्रकों का भौतिक सत्यापन कराने बैंक नहीं पहुंचे। इसके बाद बैंक प्रबंधन को लोन लेने वालों पर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लोन लेने की संदेह हुआ और पूरे मामले की विभागीय जांच कराने का आदेश दिए गए है।
नोटिस का जवाब नहीं देने पर फर्जीवाड़ा होने की पुष्टि
ट्रकों का भौतिक सत्यापन नहीं कराने तथा लगातार जारी किए जा रहे नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर बैंक प्रबंधक (Bank Manager) को फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लोन (Loan) लेने की आशंका की पुष्टि हुई। इसके बाद बैंक प्रबंधक लोन लेने वाले व्यक्तियों के बारे में जानकारी जुटाने उनके दिए गए पते पर पहुंचा तो वहां लोन लेने वाले व्यक्तियों के नहीं होने की जानकारी बैंक प्रबंधन को मिली। साथ ही कई लोगों द्वारा अपनी संपत्ति बेचकर दूसरे राज्य में शिफ्ट होने की जानकारी मिली।
Also Read : एक करोड़ का गांजा जब्त : ट्रक में पेड़-पौधों के नीचे छुपा रखा था 4 क्विंटल गांजा
पुलिस के अनुसार लोन (Loan) लेने वाले ज्यादातर ऋणी रायपुर, भिलाई तथा महासमुंद के निवासी हैं। बैंक मैनेजर ने पुलिस को बताया कि जिन दो अफसरों के खिलाफ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों ने अपने निजी स्वार्थ के चलते लोन दिलवाने में मदद की है।