ड्रग इंस्पेक्टर के साथ फ्रॉड, ठगों ने OTP मांगकर खाते से पार किए 83 हजार

आये दिन फ्रॉड के कई बड़े मामले उजागर होते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला कवर्धा के ड्रग इंस्पेक्टर निरंजन डेहरिया के साथ घटा है। ऑनलाइन ठगी से उनके खाते से 83 हजार पार हो गये हैं, इस मामले में कोतवाली पुलिस जांच कर रही है। आरोप है की डिटेल बैंक से ही लीक हुई है। पढ़िए पूरी खबर:-;

Update: 2021-10-01 07:45 GMT

कवर्धा। कवर्धा में खाद्य औषधि प्रशासन विभाग में पदस्थ ड्रग इंस्पेक्टर निरंजन डेहरिया के साथ ऑनलाइन ठगी हुई। ठगों ने उन्हें ये कहते हुए फोन किया कि आपका क्रेडिट कार्ड डिएक्टिव हो गया है उसे एक्टिवेट करने के लिए आपको अपना OTP देना पड़ेगा। चौंकाने वाली बात ये है कि ठग को पीड़ित के क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी थी। इसी बात को सुनकर निरंजन ने उस पर भरोसा कर लिया और उसे OTP दे दिया। जिसके बाद निरंजन के खाते से तुरंत ही 83 हजार पार हो गए। अब इस बात की शिकायत इंस्पेक्टर ने कोतवाली थाने में की है। पीड़ित ने बताया की बुधवार शाम करीब 5 बजे एक मोबाइल नंबर से फोन आया था। आरोपी ने उनके क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट कराने का दावा किया। इसके बाद कुछ ओटीपी भेजा दिया, जिसके बताने के बाद निरंजन के क्रेडिट कार्ड से करीब 83 हजार रुपए कट गए। फिलहाल निरंजन के क्रेडिट कार्ड को होल्ड कर दिया गया है। उनके कार्ड में कुल 84 हजार रुपए थे।

जानकारी बैंक से लीक होने का आरोप

निरंजन डेहरिया ने बताया कि रुपए कटने के बाद एसबीआई के कलेक्टोरेट और व दर्रीपारा ब्रांच की ओर से अब तक कोई मदद नहीं मिली । बताया कि अगस्त माह में ही कवर्धा शहर के कलेक्टोरेट ब्रांच से लगातार फोन कर क्रेडिट कार्ड लेने निवेदन किया जा रहा था। ऐसे में उन्होंने क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन था। इसके बाद बैंक से फोन कर वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस कारण वे अपनी जानकारी दे रहे थे। एक-दो बार कलेक्टोरेट के एसबीआई ब्रांच में गए। पूरी प्रक्रिया होने के बाद उनके मूल निवास घर छिंदवाड़ा में क्रेडिट कार्ड पोस्ट के माध्यम से पहुंचा था। इसी चक्कर में उन्होंने ओटीपी बताया है। निरंजन का कहना है कि उनकी पूरी जानकारी बैंक से ही लीक हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए।

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