सम्मान समारोह : सैल्यूट तिरंगा संस्था ने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के नाती सोमनाथ बोस का किया सम्मान
सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाती सोमनाथ बोस के आगमन पर सलूट तिरंगा के कार्यकर्ता तैयारी पर जुटे हुए थे। संस्कार भवन सरकंडा में एकत्रित होकर नेताजी सुभाष जी की सुभाष चौक सरकंडा में स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण सोमनाथ बोस के हाथों किया गया। पढ़िए पूरी खबर ...;
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सैल्यूट तिरंगा संस्था ने सुभाषचन्द्र बोस के नाती सोमनाथ बोस के मुख्य आतिथ्य में छत्तीसगढ़ के मूर्धन्य विभूतियों के शिक्षा, खेल, सामाजिक आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य और उपलब्धि प्राप्त करने के फलस्वरूप उनका सम्मान समारोह संस्कार भवन, महामाया चौक सरकंडा में किया गया।
सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाती सोमनाथ बोस के आगमन पर सलूट तिरंगा के कार्यकर्ता तैयारी पर जुटे हुए थे। संस्कार भवन सरकंडा में एकत्रित होकर नेताजी सुभाष जी की सुभाष चौक सरकंडा में स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण सोमनाथ बोस के हाथों किया गया। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी पर प्रकाश डाला गया और उनका एक नारा था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दिलाउंगा। नेताजी ने आजाद हिंद फौज खड़ी कर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते रहे और भारत को आजाद कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों का किया गया सम्मान
जिन विभूतियों को सम्मानित किया गया उनमें महेंद्र जैन,वंदेमातरम डॉ . राजकुमार शर्मा, 64 वर्षीय उच्च शिक्षा में छह स्वर्ण पदक विजेता, प्रेमचंद शुक्ला, भारतीय खेल मलखंभ को छत्तीसगढ़ में विकास करने और राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की टीम पहुंचाने पर भुवन वर्मा किशोर दुबे, लक्ष्मण चंदानी शंकर यादव श्रीराम यादव एस.पी रजक, हरीश मंडवा, लक्ष्मी महंत प्रेम कुमार स्वप्निल डॉ . प्रतिभा जे मिश्रा, शुभम शंदे, कृष्ण कुमार दुबे पर्यावरण क्षेत्र में कार्य करने, निलेश कुमार रक्त दान करने, रामानंद तिवारी, गौरव शुक्ला आमना राजगीर जय साहू राधव साहू, डॉ. के. के साव, चिकित्सा क्षेत्र गणेश सोनवानी, हितेश ठाकुर, तारा चंद साहू, प्रकाश, अमन, धर्मेंद कुमार सामाजिक कार्यकर्ता अनूप पांडे, दिव्यांगों के लिए कार्य निर्मल कुमार घोष, मदन मोहन गुल्ला प्रफुल चौहान अनिल सिंह हितेश तिवारी विदया साहू शेफाली घोष अंजली चावड़ा रेखा गुल्ला, अपर्णा सीमा वर्मा, प्रतिभा जे मिश्रा अनिता दुआ, आरती डांडेकर, छाया ठकराल रीता मौर्य, चुन्नी मौर्य, आदि लोग एकजुट होकर कार्यक्रम सफल बनाएं है ।