तीसरी लहर की आशंका में फसे गणपति बप्पा, असमंजस में मूर्तिकार, प्रशासन के आदेश का इंतजार
कोरोना संक्रमण में पिछले वर्ष मूर्तिकारों को बड़ा नुकसान हुआ था। प्रशासन द्वारा देर से आदेश जारी किए जाने से कलाकारों की पांच फीट से बड़ी मूर्तियां नहीं बिकी थीं। हर साल जून महीने से गणेशजी की मूर्तियां बनाने का काम शुरू हो जाता था लेकिन वर्तमान में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मूर्तिकारों ने काम अभी तक शुरू नहीं किया है।;
कोरोना संक्रमण में पिछले वर्ष मूर्तिकारों को बड़ा नुकसान हुआ था। प्रशासन द्वारा देर से आदेश जारी किए जाने से कलाकारों की पांच फीट से बड़ी मूर्तियां नहीं बिकी थीं। हर साल जून महीने से गणेशजी की मूर्तियां बनाने का काम शुरू हो जाता था लेकिन वर्तमान में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए मूर्तिकारों ने काम अभी तक शुरू नहीं किया है। नुकसान के बाद माना के कुछ मूर्तिकार इस बार गणेशजी की मूर्तियां नहीं बना रहे हैं।
नुकसान से बचने अब कलाकार प्रशासन के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। माना के मूर्तिकार रंजीत घोष का कहना है कि पिछले वर्ष की काफी मूर्तियां बची हुई हैं। पांच फीट से कम ऊंचाई की मूर्ति बनाने के आदेश से लाख रुपए का घाटा हुआ था। कलाकारों को मेहतन की पैसे देना मुश्किल हो गया था इसलिए जब तक आदेश नहीं आता काम नहीं शुरू करेंगे। संक्रमण का प्रभाव बढ़ने की आशंका देखते हुए ऑर्डर देने पहुंच रहीं गणेश समितियों को भी इंतजार करने को कहा जा रहा है।
छोटी मूर्तियों का निर्माण शुरू
पिछले वर्ष बड़ी मूर्ति से तुलना में छोटी मूर्तियां हाथों-हाथ बिकी थीं इसलिए मूर्तिकारों ने छोटी मूर्तियां बनाने का काम शुरू कर दिया है। माना के मूर्तिकार शिवा बिस्वास ने बताया एक से तीन फीट की दर्जनों मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। आदेश आने बाद इससे बड़ी मूर्तियां बनाने का काम शुरू करेंगे।
उन्होंने बताया है कि पिछले वर्ष की बची मूर्तियों को नया रूप देंगे। वर्तमान में कोई आर्डर नहीं मिला है इसलिए कम संख्या में बना रहे। मांग आने से मूर्तियों की संख्या भी बढ़ाएंगे। कोरोना के कारण मूर्तिकारों के जीवन में आर्थिक संकट काफी बढ़ गया है इसलिए बड़े मूर्तिकार भी छोटी मूर्तियां बना रहे हैं। इस वर्ष कोई नुकसान न हो इसलिए सावधानी बरत रहे।
प्रशासन के आदेश का इंतजार
माना क्षेत्र में अधिकतर बड़े मूर्तिकारों ने गणेश जी मूर्ति बनाने का काम शुरू नहीं किया है। कोई प्रशासन के आदेश का इंतजार कर रहे है। मूर्तिकार प्रेमलाल देवांगन का कहना है, पिछले वर्ष महीने भर पहले आदेश आया था। इसलिए आदेश अनुसार मूर्ति बनाने का पर्याप्त नहीं मिल पाया था। इस बार प्रशासन को जल्द ही गाइडलाइन जारी करना चाहिए ताकि बाद में नुकसान से बचा जा सके।
संक्रमण को देखते हुए खुद से होकर मूर्ति तैयार करना बंद कर दिया है। प्रतिवर्ष मूर्ति लेने वाले ग्राहक संपर्क करने लगे है लेकिन आदेश के बाद केवल मांग अनुसार ही मूर्ति तैयार होगी। इसके अलावा घर पर विराजित करने छोटी मूर्ति बनाने का काम कलाकार जुलाई माह से शुरू करेंगे। छोटी मूर्ति में ज्यादा समय नहीं लगा।