उद्योगों को आज से मिलेगी पूरी बिजली, 400 करोड़ का और फटका लगने से बचा
हरिभूमि की खबर के बाद प्रदेश सरकार के निर्देश पर बिजली की व्यवस्था;
रायपुर. प्रदेश में पैदा हुए बिजली संकट के कारण उद्योगों की बिजली कट होने से उद्योगों को रोज 40 करोड़ का फटका लग रहा था। हरिभूमि ने अपने 30 अगस्त के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया, तो इस मामले को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया और पॉवर कंपनी को उद्योगों को पूरी बिजली देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके बाद पॉवर कंपनी ने व्यवस्था की है और अब शनिवार से मिनी स्टील प्लांट, रोलिंग मिल और अन्य उद्योगों को पूरी बिजली मिलेगी। पाॅवर कंपनी से सालभर में पांच हजार कराेड़ से ज्यादा की बिजली खरीदने वाले प्रदेश के उद्योगों को ही कंपनी ने बड़ी आफत में डाल दिया था।
बिजली संकट के चलते उद्याेगाें की ही सबसे ज्यादा बिजल कट की जा रही थी। उद्योग लगातार पॉवर कंपनी से गुहार लगा रहे थे, पर कंपनी बिजली कट का समय भी तय नहीं कर पा रही थी। रोज 6 से 12 घंटों तक बिजली कट हो रही थी। ऐसे में जब उद्योगों की गुहार हरिभूमि तक पहुंची, तो इस बिजली कट और उद्योगों को हो रहे नुकसान की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। हमेशा की तरह हरिभूमि में खबर प्रकाशित होने के बाद इसको प्रदेश सरकार ने संज्ञान में लिया और अब उद्योगों काे आफत से राहत मिल गई है।
800 करोड़ का लगा फटका
उद्योगों की पिछले 20 दिनों से बिजली कट होने से रोज के 40 कराेड़ के हिसाब से 800 करोड़ का फटका लग चुका है। 15 सितंबर से पहले राहत मिलने की संभावना नहीं थी। हरिभूमि में खबर प्रकाशित होने के बाद उद्योगों को राहत मिल गई है। पॉवर कंपनी ने कह दिया था, उनकी प्राथमिकता कृषि पंप हैं। मानसून की बेरूखी के कारण बारिश न होने से कृषि पंपों को दिन-रात बिजली दी जा रही है। इसके कारण खपत 49 सौ मेगावाट तक चली गई। सेंट्रल सेक्टर से तीन हजार मेगावाट तक बिजली मिल जाती है। ऐसे में परेशानी नहीं होती, लेकिन सेंट्रल सेक्टर में ही ओवरलोडिंग होने से 600 मेगावाट बिजली कट हो गई। इधर पॉवर कंपनी के उत्पादन संयंत्रों में गीले कोयले के कारण 20 फीसदी उत्पादन भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में बिजली की भारी कमी होने के कारण उद्योगों की बिजली कट करनी पड़ी।
मिलेगी पूरी बिजली
पॉवर कंपनी ने शनिवार से उद्योगों की बिजली कटौती बंद करके पूरी बिजली देने का आश्वासन दिया है। प्रदेश सरकार ने उद्योगों की समस्या को समझा इसके लिए सरकार के आभारी हैं।
मनीष धुप्पड़, महासचिव, मिनी स्टील प्लांट