इनसाइड स्टोरी आफ बर्निंग कार : खुद ही लगाई कार में आग और फिर फैमिली ट्रिप पर निकल गया... पुलिस का शिकंजा कसता देख लौटने को हुआ मजबूर..
पुलिस-प्रशासन जिस व्यक्ति और उसके परिवार की फिक्र में दो सप्ताह तक परेशान रहा। वह इंसान अपने परिवार के साथ वह कई शहरों में घूमता-फिरता रहा। जब उसे एहसास हुआ कि उसकी योजना विफल हो रही है तो वापस लौट आया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। पढ़िए पूरी खबर…;
जीवानंद हलधर- जगदलपुर। एक व्यक्ति अपनी पत्नी और दो बच्चों सहित लापता हो जाता है। उसकी कार जलती हुई मिलती है। जली हुई कार में किसी के मरने के कोई सबूत नहीं मिलते हैं। ऐसे में एक परिवार के गायब होने के रहस्य को लेकर क्षेत्र के लोगों में खासी जिज्ञासा बनी हुई थी?
सब कुछ मानों किसी हिन्दी फिल्म की स्क्रिप्ट की तरह नजर आ रहा था। आखिरकार क्लाइमेक्स में राज खुला तो अपहरण, नक्सली एंगल, पारिवारिक कलह और ऐसे ही अन्य पहलू ताश के पत्तों की तरह क्षण भर में धराशायी हो गए। देखिए वीडियो...
पुलिस को जो कहानी समीरन ने बताई उसके अनुसार सबसे पहले उसने साजिश रची। इसमें अपनी पत्नी को शामिल करने के लिए उसे इमोशनल ब्लैकमेल किया। इसके बाद दोनो बच्चों के साथ रायपुर जाकर पहले उनका इलाज करवाया। इसके बाद वह परिवार सहित धमतरी आता है। फिर अपने परिवार को लाज में छोड़कर चारामा के एक पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदता है और अंत में कोरर मार्ग में कार को आग लगा देता है। अगले दिन धमतरी से परिवार को लेकर रायपुर पहुंचता है। यहां फोटो स्टूडियो में फोटो निकलवाने के बाद शुरू होता है सैर-सपाटे का दौर।
कहां-कहां घूमता रहा
वह बस से प्रयागराज पहुंचता है। वहां से असम के गुवाहाटी और फिर बिहार के पटना पहुंचा। दस दिनों तक धमा-चौकड़ी मचाने के बाद जब उसे न्यूज ऐप से यह पता चलता है कि उसकी सकुशल वापसी के लिए पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा है, तो वह समझ जाता है कि, अब उसकी साजिश और नहीं चलने वाली। आखिरकार वह अपने फार्म हाउस लौटता है और वहां से पुलिस को फोन कर स्वत: अपनी जानकारी देता है।
व्यापार में नुकसान से था मजबूर
यह किसी सीरियल या फिल्म की कहानी नहीं बल्कि एक सच्ची घटना है। दरअसल इस सच्ची घटना के मुख्य किरदार समीरन ने अपने कर्ज से परेशान होकर अपने पूरे परिवार को हादसे में मृत दिखाकर बीमा का पैसा हड़पने के लिए पूरी साजिश रची थी। समीरन ने पुलिस को बताया कि, उसे व्यापार में पिछले कुछ महीने से काफी नुकसान हुआ था और उसके ऊपर करीब 25 लाख रुपए का कर्ज हो गया था। उसका और उसके परिवार का 72 लाख रुपए का बीमा था, जिसे वो खुद को और अपने परिवार को मृत दिखाकर धोखे से हासिल करना चाहता था।
आपराधिक साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार
कांकेर पुलिस ने बीती शाम समीरन सिकदार उसकी पत्नी और दोनो बच्चों को उसके फार्म हाउस से सकुशल बरामद किया है। वहीं समीरन के खिलाफ कार में आगजनी करने, धोखाधड़ी करने और अपराधिक साजिश रचने को लेकर अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।