निर्माण एजेंसी का फर्जीवाड़ा: अधूरा शौचालय बना गांव को घोषित किया खुले में शौच मुक्त ग्राम

चार दीवार खड़ा कर बता दिया शौचालय, निर्माण एजेंसी ने टारगेट पूरा करने के उद्देश्य से अपनी जेब भरने पर ध्यान देते आधे अधूरे शौचालय बनाकर ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत घोषित कर दिया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत् बने गांव के कई शौचालय वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो गए हैं। कहीं शौचालय में छत नही तो कहीं गड्ढा नही, कई शौचालय में सेप्टिक टंकी ही नही बनाया गया है। बना भी है तो निम्न स्तर का है। ग्रामीणों ने कहा सरपंच, सचिव एवं संबंधित अधिकारी के लापरवाही का खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। पढ़िए पूरी ख़बर...;

Update: 2022-01-06 09:31 GMT

जगदलपुर: विकासखंड बस्तर के अनेक ग्राम पंचायतों को जिम्मेदारों द्वारा खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया है। लेकिन धरातल पर देखा जाये तो हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। मामला बस्तर विधानसभा के ग्राम पंचायत भैंसगांव का है जहां पर सचिव, सरपंच एव संबंधित अधिकारियों द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। ग्रामीण रामनाथ मौर्य, फूलो बाई, संतो, झिटकू बघेल सहित अन्य लोगों का कहना है कि सरपंच, सचिव ने शौचालय बनाने का जिम्मा लिया था और उसे अधर में लटका कर छोड़ दिये। शौचालय का गड्ढा खोदने के लिए तीन सौ रुपए देने की बात कही थी उसे भी नही दिया। शौचालय नही होने से खेत, नदी नाला की ओर रुख करने को विवश हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत मिशन का आगाज किया था

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के क्लीन इंडिया के सपने को पूरा करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर 2019 को दिल्ली के राजपथ से गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि देते स्वच्छ भारत मिशन का आगाज किया था। लेकिन संबंधित अधिकारी, सचिव, सरपंच ने इनके सपनों को चकनाचूर करने में कोई कसर नही छोड़ी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाये गए शौचालय भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गए हैं।

टारगेट पूरा करने के उद्देश्य से निर्माण एजेंसी ने जल्दबाजी में बनाए आधे अधूरे शौचालय

चार दीवार खड़ा कर बता दिया शौचालय, जब शौचालय बनाया जा रहा था तब ग्रामीण काफी खुश थे, लेकिन उनकी खुशी निर्माण एजेंसी को रास नही आई। टारगेट पूरा करने के उद्देश्य से अपनी जेब भरने पर ध्यान देते आधे अधूरे शौचालय बनाकर ओडीएफ यानी शौच मुक्त ग्राम पंचायत घोषित कर दिया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत् बने गांव के कई शौचालय वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो गए हैं। कहीं शौचालय में छत नही तो कहीं गड्ढा नही, कई शौचालय में सेप्टिक टंकी ही नही बनाया गया है। बना भी है तो निम्न स्तर का है। ग्रामीणों ने कहा सरपंच, सचिव एवं संबंधित अधिकारी के लापरवाही का खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ रहा हैं। इस विषय सरपंच देवली भारती को दूरभाष से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उनके द्वारा रिस्पॉन्स नही दिया गया।

टूट फूट गई होगी

सबके घर शौचालय बना दी गई थी, उपयोग नही करने के कारण सब टूट फुट गई होगी।

-साधुराम मौर्य, सचिव ग्राम पंचायत भैंसगांव

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