मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टरों की आज हड़ताल, सीनियरों के कंधों पर उपचार की जिम्मेदारी
राज्यभर के शासकीय मेडिकल कालेजों में गुरुवार सुबह आठ बजे उपचार व्यवस्था बाधित रहेगी। इंटर्न, पीजी और अनुबंधित डाक्टरों का मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर सभी जूनियर डाक्टर हड़ताल करेंगे।;
रायपुर। राज्यभर के शासकीय मेडिकल कालेजों में गुरुवार सुबह आठ बजे उपचार व्यवस्था बाधित रहेगी। इंटर्न, पीजी और अनुबंधित डाक्टरों का मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर सभी जूनियर डाक्टर हड़ताल करेंगे। जूनियरों के काम बंद करने पर सीनियरों डाक्टरों को उपचार व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है, मगर उपचार व्यवस्था प्रभावित होने की पूरी आशंका है।
जूनियर डाक्टरों का तर्क है, पिछले चार साल से उनका मानदेय नहीं बढ़ा है और शासन स्तर पर इसके लिए केवल आश्वासन दिया जाता रहा है। इस मसले पर कल से राज्यभर के शासकीय मेडिकल कालेज के तमाम जूनियर डाक्टर गुरुवार से मांग पूरी होने तक हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। बुधवार को सभी मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टरों ने चिकित्सा अधीक्षक और अधिष्ठाता को काम बंद करने की सूचना दे दी। डाक्टर सुबह आठ बजे से काम बंद कर देंगे, जिससे उपचार व्यवस्था बाधित होने की पूरी आशंका है। अधिकतर मेडिकल कालेजों में उपचार की जिम्मेदारी जूनियर डाक्टरों के कंधे पर होती है और सीनियर केवल दिशा-निर्देश देते हैं। जूनियर डाक्टरों के हड़ताल पर जाने की वजह से सीनियरों की ओपीडी सहित इमरजेंसी में भी ड्यूटी लगाई गई है, मगर अस्पताल में उपचार व्यवस्था प्रभावित होने की पूरी आशंका है।
रायपुर में धरना भी
पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के करीब छह सौ इंटर्न, पीजी और बांडेड डाक्टर हड़ताल अवधि के दौरान कालेज परिसर में धरना भी देंगे। जूनियर डाक्टर सोमवार से काली पट्टी लगाकर काम करते हुए अपना विरोध जता रहे हैंं। गुरुवार से उनके काम बंद करने की वजह से इलाज व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है, क्योंकि मेकाहारा में रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग ओपीडी में पहुंचते हैं।
व्यवस्था बनाने के निर्देश
जूनियर डाक्टरों की हड़ताल के दौरान किसी भी मेडिकल कालेज में मरीजों की उपचार व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी। सभी डीन को इसे लेकर पर्याप्त इंतजाम करने और व्यवस्था की सूचना देने निर्देशित किया गया है।