कलश यात्रा ने बनाया विश्व रिकार्ड : 25 हजार महिलाओं ने पीली साड़ी पहनकर निकाली कलश यात्रा, देखने के लिए उमड़ा पूरा अंचल
श्रीमद्भागवत कथा के एक दिन पूर्व बसना राधेकृष्ण की भक्ति में 25 हजार महिलाओं के सिर में कलश लेकर यात्रा करने एवं एक ही रंग परिधान रहने का बना दो विश्व रिकॉर्ड और गोल्डन बुक ऑफ वार्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया... पढ़िए पूरी खबर...;
मनहरण सोनवानी- महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना कस्बे ने एक बार फिर फहराया परचम लहराया है। नीलांचल सेवा समिति ने 25 हजार महिलाओं के सिर में कलश लेकर यात्रा करने एवं एक ही रंग परिधान रहने का बना दो विश्व रिकॉर्ड और गोल्डन बुक ऑफ वार्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज है...!
महासमुंद जिले के बसना में सर्व समाज द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के एक दिन पूर्व बसना राधेकृष्ण की भक्ति देखने को मिला। बसना की जनता ने एक बार फिर हाईस्कूल मैदान से कथा स्थल दशहरा मैदान तक भक्ति भाव से 25 हजार महिलाएं एक ही रंग के पीली साड़ी पहनकर मंगल कलश यात्रा में शामिल हुईं, जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में कलश यात्रा में शामिल होने का दो रिकार्ड दर्ज कराकर विश्व में बसना का परचम फहराया।
विदित हो कि कार्यक्रम के संयोजक व नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ. संपत अग्रवाल सिर में श्रीमद्भागवत महापुराण को सिर में कलश धारण किए 25 हजार माता और बहनों ने पीला साड़ी परिधान में अपने सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए ऐतिहासिक मंगल कलश यात्रा निकली, जो नगर के मुख्य सड़क मार्ग होते शहीद वीरनारायण सिंह चौक से कथास्थल बसना पदमपुर सड़क मार्ग स्थित दशहरा मैदान में समाप्त हुई।
25 हजार महिलाएं शामिल हुईं
इसमें नगर सहित बसना विधानसभा के लगभग सभी गांवों से महिलाएं शामिल हुईं। प्रथम पंक्ति में भागवत पार्टी एवं 51 कीर्तन मंडली के दल भगवान के भजन गाते बजाते, रथ में भगवान बांके बिहारी एवं भगवान श्रीराधा-कृष्ण मनमोहक झांकी, दूसरे पंक्ति में कार्यक्रम के संयोजक डॉ. संपत अग्रवाल सहपरिवार सहित साथ बसना विधानसभा की 25 हजार महिलाएं पीला वस्त्र धारण किये, ओड़िसी संस्कृति में हर्ष उल्लास के साथ हुलहुली के भगवान राधा कृष्ण के जय घोष के नारे के साथ नगर भ्रमण किया।
ढोल टासा एवं डीजे के साथ निकाली यात्रा
इस दौरान कलश यात्रा के बीच में खुले गाड़ी में पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज सहित रामायण के राम सीता लखन और हनुमान, भगवान भोलेशंकर आर्कषक झांकी के साथ ढोल टासा एवं डीजे की धुन में नगर का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। यात्रा के दौरान सभी समाज प्रमुखों सहित सड़क मार्ग में सामाजिकजनों सहित नगर व क्षेत्र की महिलाओं ने श्रद्धा भाव से पुष्प वर्षाकर भगवान श्री लड्डूकृष्ण कथा व्यास पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज एवं कलश यात्रियों का स्वागत सत्कार किया।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड एशिया प्रमुख रहे मौजूद
इस दौरान गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड एशिया प्रमुख मनीष बिश्नोई, गिरीश नागवंशी मौजूद रहे। कलश यात्रा कार्यक्रम में बारीकी नजर बनाये रखते हुए पूरे कार्यक्रम कवरेज एवं निरीक्षण किया। कथा स्थल में प्रमुख रूप से अतिथि के रूप में धर्म जागरण के प्रमुख राजेन्द्र कुमार, छत्तीसगढ़ के प्रथम नेता प्रतिपक्ष नंदकुमार साय, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सरला कोसरिया, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश महामंत्री विभा अवस्थी मौजूद रहे।
समिति संस्थापक को मिला गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रशस्ति पत्र
वहीं कार्यक्रम के संयोजक एवं नीलांचल सेवा समिति के संथापक डॉ. संपत अग्रवाल को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड टीम ने दो-दो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के संयोजक व नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ. संपत अग्रवाल ने कहा कि पं. हिमांशु महाराज की सानिध्य में सर्व समाज व क्षेत्र विधानसभा द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के मंगल कलश यात्रा में बसना विधानसभा की माताओं एवं बहनों की भक्ति, श्रद्धा एवं तपस्या से श्रीमद्भागवत कथा पर गोल्डन बुक वर्ल्ड रिकार्ड में दो-दो अनोखा रिकार्ड स्थापित करने का सौभाग्य मिला है। यह वर्ल्ड रिकार्ड विधानसभा क्षेत्र की जनता का है। इसके पूर्व इसके पूर्व भी नर सेवा नारायण सेवा के ध्येय के साथ अग्रसर नीलांचल सेवा समिति को हरिनाम संकीर्तन में 20 मई 2018 को 30 हजार लोगों एक साथ हरिनाम संकीर्तन नाम लेने एवं मृदंग वादन में दो-दो गोल्डन बुक वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज हो चुका है।