जंगल का जीवन आसान नहीं साहब, एक तरफ बारिश, दूसरी ओर हाथी, खाने से लेकर जीने तक संघर्ष ही संघर्ष

रात के अंधेरे में जब बाहर बारिश हो रही हो और आप अपने मासूम बच्चों और परिवार के साथ सोए हुए हों। फिर आपकी नींद खुले उन आवाजों से जिनमें शामिल हो हाथियों की चिंघाड़। और सामने आपके कमरे की दीवार टूटी मिले। जिसमें आपको घूर रहा हो एक बड़ा भारी-भरकम दंतैल। वो भी सर्कस का सधा हुआ पालतू नहीं जंगल का जंगली, गुस्सैल। क्या हाल होगा आपका? किसी कहानी की तरह लगती ये बातें रोज की हकीकत है उन ग्रामीणों की जो जंगल से लगे इलाकों में रहते हैं। पढ़िए पूरी ख़बर...;

Update: 2021-12-29 10:14 GMT

जशपुर: 2 दिनों से रुक रुक कर हो रही बारिश के बाद अब जंगली हाथियों ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। जशपुर जिले में हाथियों का एक दल उत्पात मचा रहा है। तपकरा और पत्थलगांव वन परिक्षेत्र में हाथियों ने बारिश के दौरान पांच घरों को तोड़ डाला। नींद से उठ कर बदहवास भागते लोगों की बस किस्मत अच्छी थी जो उनकी जान बच गई। तपकरा के झिलीबेरना, केरसई और पत्थलगांव के खाडामाचा में हाथियों ने ग्रामीणों के घरों को ऐसे समय तोड़ा जब पूरे प्रदेश में बारिश और ठंड भी जोरों से जारी है। फिलहाल वन अमला मौके पर पहुँचकर हाथियों को भगाने में जुटा हुआ है। इधर ग्रामीणों के सामने खाने और सर छुपाने की समस्या आ खड़ी हुई है। देखिए वीडियो...



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