मरवाही उपचुनाव : अमित जोगी खुद उतरेंगे मैदान में, चुनाव आयोग से की कलेक्टर को हटाने की मांग

अमित जोगी और अब उनकी धर्मपत्नी डॉक्टर ऋचा जोगी की जाति को लेकर उठने लगा बवाल। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2020-10-06 12:08 GMT

गौरेला-पेंड्रा मरवाही। जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने आज मरवाही में मीडिया से बात करते हुये इस बात का ऐलान किया कि मरवाही से वे खुद चुनाव लड़ेंगे। अमित जोगी ने कहा कि चुनाव मैं ही लड़ूंगा और मुझे रोकने के लिये कई हथकंडे अपनाये जा रहे हैं। कांग्रेस कई सौ करोड़ की घोषणाएं कर चुकी है और यहां प्रमोटी कलेक्टर को भेजा गया है, जो कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के रूप मे काम कर रहे हैं। इसीलिये मैं बार-बार चुनाव आयोग से मांग कर रहा हूं कि यदि मरवाही में निष्पक्ष चुनाव कराने हों तो कलेक्टर को हटाकर डायरेक्ट आईएएस की पोस्टिंग करें, जिसे संविधान की धारा 311 के तहत राष्ट्रपति का संरक्षण प्राप्त हो। उनकी यहां पोस्टिंग कर मरवाही चुनाव कराया जावे।

बता दें स्व. अजीत जोगी के बाद अमित जोगी और अब उनकी धर्मपत्नी डॉक्टर ऋचा जोगी की जाति को लेकर बवाल उठने लगा है, जिसमें मुंगेली से ऋचा जोगी को विगत 17 जुलाई को एसडीएम के द्वारा जारी गोंड़ जाति का प्रमाण पत्र सुर्खियों में रहा है। वहीं इसे लेकर अमित जोगी ने कहा है कि उनका पैतृक परिवार कम से कम पाँच दशकों से अनुसूचित जनजाति वर्ग से सरकारी नौकरियाँ करते आ रहा है, लेकिन कभी भी इसे लेकर कोई विवाद नहीं हुआ। आज ऋचा का केवल एक ही दोष है कि वो स्वर्गीय अजीत जोगी जी और डॉक्टर रेनु जोगी जी की बहु, मेरी धर्मपत्नी और मेरे दो महीने बेटे की माँ है। अमित जोगी ने कहा कि जब मेरे स्वर्गीय पिता जी और मुझसे नहीं निपट पा रहे हैं तो अब मेरे दूध पीते बेटे की माँ के पीछे हाथ धो के पड़ गए है। कांग्रेस और भाजपा जोगी परिवार के सामाजिक सम्मान की हत्या करने के लिए किसी हद तक भी जा सकती है। मरवाही की बहू के सम्मान पर उंगली उठाने वालों को अब मरवाही की जनता जवाब देगी। 

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