मौसम की जानकारी- बादल छाए मगर बरसे नहीं, आज बस्तर में संभावना
सुबह से छाए बादल को देखकर इस बात की आशा थी कि शाम तक बारिश होगी, मगर ऐसा हुआ नहीं। बादल छाए रहने की वजह से तापमान का पारा अधिक ऊपर नहीं गया। मौसम विभाग द्वारा अगले चौबीस घंटे में बस्तर में बारिश होने की संभावना जताई गई है। जुलाई के दस दिन बीतने के बाद प्रदेश में बारिश का अंतर सामान्य से केवल 12 फीसदी अधिक रह गया है।;
सुबह से छाए बादल को देखकर इस बात की आशा थी कि शाम तक बारिश होगी, मगर ऐसा हुआ नहीं। बादल छाए रहने की वजह से तापमान का पारा अधिक ऊपर नहीं गया। मौसम विभाग द्वारा अगले चौबीस घंटे में बस्तर में बारिश होने की संभावना जताई गई है। जुलाई के दस दिन बीतने के बाद प्रदेश में बारिश का अंतर सामान्य से केवल 12 फीसदी अधिक रह गया है।
आज सुबह से छाए बादल को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा था कि दिनभर में बारिश हो सकती है मगर ऐसा हुआ नहीं और कुछ समय तक गर्जना के साथ संतोष करना पड़ा। धूप नहीं होने की वजह से आज उमस से थोड़ी राहत मिली मगर तापमान का पारा 33 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक एक चक्रीय चक्रवाती घेरा तटीय उड़ीसा और उसके आसपास स्थित है।
दूसरी द्रोणिका उत्तर-पश्चिम राजस्थान से पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पूर्वी राजस्थान, उत्तर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा होते हुए विस्तारित है। इसके प्रभाव से अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के दक्षिणी हिस्से यानी बस्तर में बारिश हो सकती है। शनिवार को बादल ने केवल राजनांदगांव जिले में असर दिखाया और वहां काफी देर तक गरज-चमक के साथ दिनभर में ढाई सेमी. से ज्यादा बारिश हुई। आज सभी प्रमुख शहरों में दिन का तापमान तीस डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकार्ड किया गया।