मौसम की जानकारी- अंधड़ और गरज-चमक के बीच बूंदाबादी, दल्ली राजहरा में गिरे ओले
राजधानी में दोपहर 3 बजे के बाद तेज हवा के साथ अंधड़ से जान-माल को विशेष हानि नहीं हुई लेकिन गति इतनी तेज थी कि सड़क किनारे लगे होर्डिंग और दुकानों के बैनर-पोस्टर उखड़ गए। छोटी टपरियां और ठेले भी क्षतिग्रस्त हो गए। एक घंटे से अधिक वक्त तक तेज हवाओं के साथ अंधड़ चला।;
राजधानी में दोपहर 3 बजे के बाद तेज हवा के साथ अंधड़ से जान-माल को विशेष हानि नहीं हुई लेकिन गति इतनी तेज थी कि सड़क किनारे लगे होर्डिंग और दुकानों के बैनर-पोस्टर उखड़ गए। छोटी टपरियां और ठेले भी क्षतिग्रस्त हो गए। एक घंटे से अधिक वक्त तक तेज हवाओं के साथ अंधड़ चला।
हल्की बारिश भी इसके साथ ही हुई। हालांकि इसका कोई विशेष असर शहर के तापमान पर नहीं पड़ा। मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी में आज भी बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश भी हो सकती है।
प्रदेश के दूसरे जिलों में भी इस तरह की ही स्थिति रही। लगभग पूरे प्रदेश में बादल छाए रहे। दल्लीराजहरा में ओले भी पड़े। राजनांदगांव में भी सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर बाद तेज हवाएं चलने लगीं। इस बीच गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी भी शुरू हो गई।
बालोद के कई इलाके में तेज गरज-चमक के साथ बारिश हुई। दुर्ग-भिलाई में भी अंधड़ के साथ तेज बारिश हुई। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान जगदलपुर में 21 डिग्री तथा सबसे अधिक अधिकतम तापमान राजनांदगांव में 41 डिग्री दर्ज हुआ।
इसलिए बनी यह स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा विदर्भ के ऊपर 1.5 किलोमीटर से 2.1 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका मध्यप्रदेश से केरल तक, (विदर्भ और मराठवाड़ा होते हुए) 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। 21 अप्रैल को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने की आशंका भी मौसम विभाग ने जताई है।