छत्तीसगढ़ में एक कांग्रेसी विधायक के गले फंसा मछली कांटा, मनेन्द्रगढ़ के डॉक्टर ने बचाई जान
मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल को इस तकलीफ का सामना करना पड़ा। मछली खाते समय गले में मछली कांटा फंसने के बाद उनकी तबियत इस कदर बिगड़ गयी थी, कि हेलीकॉप्टर से उन्हें रायपुर रेफर करने की तैयारी थी। लेकिन, तभी वहां के एक स्थानीय डॉक्टर विधायक के लिए भगवान बन गए। पढ़िए पूरी खबर -;
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री कवासी लखमा के बाद राज्य के एक और विधायक मछली के काँटे के फेर में सांस गँवाते-गँवाते बचे हैं। विधायक की हालत इस कदर गंभीर हुई थी कि आपात स्थिति को देखते हुए हैलीकाप्टर भेजे जाने की तैयारी कर ली गई थी। लेकिन भला हो स्थानीय एक डॉक्टर का जिसने काँटा निकाला और जान बचा ली।
मामला मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल का है, विधायक जी शौक़ से मछली खा रहे थे अचानक काँटा गले में जा फँसा। भात समेत सारे उपाय आज़माए गए लेकिन काँटा नहीं निकला, उसके उलट वो श्वास नली और भोजन नली के ठीक बीच में जा फँसा। नतीजतन साँस लेने में दिक़्क़त होने लगी। आनन फ़ानन में हैलीकाप्टर तैयार कराया गया हालाँकि उसी बीच मनेंद्रगढ़ सेंट्रल अस्पताल के चिकित्सक ने वह काँटा निकाल लिया और विधायक समेत सबकी सांस में सांस आई। पंक्तियों के लिखे जाने तक विधायक डॉ विनय जायसवाल घर पहुँच चुके थे।
आपको याद होगा कि मंत्री कवासी लखमा डोंगरगढ दर्शन को गए थे, वे दर्शन के बाद गेस्ट हाउस पहुँचे जहां उन्हें मछली खिलाई गई। मछली काँटे ने गले में ठौर कर लिया और कुछ देर की कोशिशों के बाद वहां के कुछ डॉक्टर्स ने उनके गले की फांस बने कांटे को बाहर निकाल लिया था।