Naxalism : नक्सलियों और मूलवासी बचाओ मंच में ठनी...! PLGA दस्ते को चेतावनी भरे पर्चों की क्या है सच्चाई... पढ़िए
मूलवासी बचाओ मंच की ओर से जारी किए गए कुछ पर्चे तररेम-जगरगुंडा मार्ग पर सिलगेर के पास मिले हैं। पेड़ों पर चस्पा इन पर्चों में नक्सलियों के आर्म्ड फोर्स यानी PLGA दस्ते को चेतावनी दी गई है। पढ़िए पूरी खबर...;
गणेश मिश्रा-बीजापुर। छत्तीसगढ़ में दशकों से नक्सलियों (Naxalites)की क्रूरता झेल रहे बस्तर के लोगों ने अब नक्सलियों से डरना बंद कर दिया कर दिया है। बल्कि नक्सलियों के PLGA दस्ते को चेतावनी भी देना शुरू कर दिया है। जी हां... आप सही पढ़ रहे हैं, ऐसा कर रहा है बस्तर में एक संगठन जिसका नाम मूलवासी बचाओ मंच है।
उल्लेखनीय है कि, बस्तर में नक्सली दशकों से विकास कार्यों का विरोध, स्कूलों को जलाना, सड़कें और पुल-पुलिया बनाने का विरोध भी करते हैं और काम में अड़ंगा लगाते हैं। स्थानीय युवाओं ने भी बस्तर के सुदूर इलाकों में जल, जंगल, जमीन पर हक, विकास के नाम पर जंगलों को उजाड़ने और सुरक्षाबलों की बढ़ती संख्या के खिलाफ एक संगठन बनाया है। इसका नाम रखा गया है मूलवासी बचाओ मंच। यह मंच पिछले तीन साल से सारकेगुड़ा, एड्समेटा और सिलगेर गोलीकांड के विरोध में आंदोलनरत है। अब तक माना जाता रहा है कि, ये नक्सलियों के इशारे पर ही ऐसा कर रहे हैं।
पर्चे में PLGA मेंबर्स को बताया गुंडे, दी चेतावनी
मासूम आदिवासी युवक की हत्या का लगाया आरोप
पर्चों में यह भी लिखा गया है कि, एक सितंबर को अपहरण के बाद कोरसा कोसा की हत्या नक्सलियों ने की है। मूलवासी बचाओ मंच ने मासूम आदिवासियों पर झूठे इल्जाम लगाकर उनकी हत्या करने का भी नक्सलियों पर आरोप लगाया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब मूलवासी बचाओ मंच ने नक्सलियों के खिलाफ जाकर पर्चा जारी किया है।