'मुद्दों से भटके नक्सली अब कर रहे सुपारी कीलिंग' : CM भूपेश बघेल
उन्होंने कहा- हमारी सरकार ने किसानों का ऋण माफ़ कर उनके धान का मूल्य बढ़ाकर उन्हें वनोपज का अधिकार देकर आदिवासियों का भरोसा जीता है। पढ़िए पूरी खबर-;
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय प्रवस पर बस्तर पहुंचे। यहां दूसरे दिन उन्होंने लालबाग परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कर दलपत सागर में चल रहे तीन दिवसीय नौका दौड़ प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा के दौरान बस्तर से नक्सलवाद की समाप्ति पर उन्होंने सरकार की योजना सामने रखते हुए कहा कि- किसी समय में नक्सली बस्तर के भोले-भाले आदिवासियों को अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात कहते हुए अपने साथ जोड़ लिए थे, पर अब नक्सली अपनी विचारधारा से भटक गए हैं और सुपारी किलिंग तक करने लगे हैं, जिससे अब आदिवासियों का भरोसा उनसे कम हुआ है।
उन्होंने आगे कहा- इसी बीच हमारी सरकार ने किसानों का ऋण माफ़ कर उनके धान का मूल्य बढ़ाकर उन्हें वनोपज का अधिकार देकर आदिवासियों का भरोसा जीता है। बस्तर में स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए विशेष कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में इतना खनिज है और वनोपज है बावजूद इसके यह दुखद है कि, यहां के लोग बेहतर काम की तलाश में पलायन करते हैं, यदि इन सभी संसाधनों का यहीं उपयोग किया जायेगा तो युवाओं को उनके घर पर ही रोजगार मिलेगा और वे न पलायन करेंगे और न ही जंगलों में भटकेंगे क्योंकि जंगलों में बन्दुक लेकर अब कोई भटकना नहीं चाहता।
सीएम ने कहा कि दंतेवाड़ा में इंद्रावती के दूसरी ओर बसे पाहुरनार जैसे गांव में, जहाँ कभी लाल आतंक का साम्राज्य था वहां भी आज तिरंगा फहराए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि इंद्रावती के दूसरी ओर बसने वाले आदिवासियों की जिंदगी बेहतर करने के लिए सरकार वचनबद्ध है और यही कारण है कि इस नदी पर तीन-तीन पुल बनाये जा रहे हैं। पुल और सड़क के निर्माण से आवागमन के साधन बढ़ेंगे, जिससे नदी के उस पार भी शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन आसानी से किया जा सकेगा। इसके साथ ही सरकार के ये ठोस कदम नक्सलवाद की समाप्ति के लिए अहम साबित होंगे।