नक्सली कहने लगे हैं- 'छत्तीसगढ़ में अब हमारी सरकार' : डॉ. रमन सिंह
डॉ. रमन सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि- दो साल की राज्य सरकार ने विकास कार्य ठप्प कर दिया है। पूरे दो सालों में सरकार बदला और तबादला में मस्त रही है। पढ़िए पूरी खबर-;
बिलासपुर। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की प्रेसवार्ता हुई। इस प्रेसवार्ता में उन्होंने सरकार, नक्सली कर्जमाफी जैसे सभी मुद्दों पर बयान दिया है। डॉ. रमन सिंह ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि- दो साल की राज्य सरकार ने विकास कार्य ठप्प कर दिया है। पूरे दो सालों में सरकार बदला और तबादला में मस्त रही है। 2 सालो में 25 हजार करोड़ का सरकार ने कर्ज लिया है। हमने 15 सालों में इतना कर्ज नहीं लिया है। भूपेश बघेल सरकार उत्साह और महोत्सव में व्यस्त है, दो साल में दो अस्पताल ही बता दें?
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा- बस्तर से सरगुजा तक नक्सलियों का आतंक बढ़ा है। नक्सली कहने लगे हैं कि छत्तीसगढ़ में अब हमारी सरकार आ गई है। नक्सलियों की हिंसा बढ़ने से दहशत का माहौल है, भाजपा की सरकार ने नक्सलियों को दूर तक खदेड़ा था।
उन्होंने आगे कहा- दो सालों में कांग्रेस की घोषणापत्र झूठा साबित हो रहा है, जनता खुद को ठगा महसूस कर रहा है। आधी-अधूरी कर्ज माफी से किसान परेशान है, सिर्फ सहकारी बैंक का कर्ज माफ हुआ है।
छत्तीसगढ़ सरकार 12 महीने में भी किसानों को पूरी क़िस्त नहीं दे पा रही है, ये किस तरह का वादा है, ना बोनस मिल रहा और क़िस्त की राशि, जमीन का रकबा में कटौतीहो रही है नए पम्प के कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं।
गंगाजल की सौगंध खाने वाले शराबबंदी के बजाए घर-घर शराब पहुंचा रही है, 30 प्रतिशत शराब सरकार की सरकारी दुकानों से अवैध रूप से बिक्री हो रही है। शराब दुकानों में दो तरह का खाता मेंटेन किया जा रहा है, इसकी बड़ी राशि दिल्ली भेजी जा रही है।
बेरोजगारों को कहीं रोजगार नहीं मिल रहा है, आज भी विद्यामितान को लाठी भांज रही है। तबादला उद्योग पर तंज कसते कहा कि बिना पैसे के किसी का तबादला नहीं हो रहा है।
बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय के थानों में रेट लिस्ट के बयान पर डॉ. रमन सिंह ने कहा- बड़े दुर्भाग्य का विषय है, पूरे हिंदुस्तान में छत्तीसगढ़ का बिलासपुर उदाहरण बना है, सत्तादल का विधायक थाने में रेट लिस्ट लगे होने का सार्वजनिक बयान दे रहा है। इस पर सरकार कहती है कि ये पार्टी का आंतरिक मामला है।
दो सालों में निर्माण सड़क और पुल-पुलिया नाली के बजाए ये कांग्रेस की सरकार नरवा, गरवा, घुरवा अउ बारी की बात करते है संगवारी। सड़कों पर जानवर बैठे हुए है और रोज मौत हो रही है। करोड़ो खर्च के बावजूद गौठान फेल है।
बिहार में जिस तरह चारा घोटाला हुआ है, ठीक उसी तरह छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाला सुर्खियों में रहेगा। ये सरकार सिर्फ गोबर खरीदी में व्यस्त है।
कलेक्टर और एसपी के तबादले का रेट सार्वजनिक हो गया है, ट्रांसफर लिस्ट का रेट निर्धारित है। अब तो पान ठेले में भी चर्चा होने लगी है, ये सरकार कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार कर रही है।
छत्तीसगढ़ इन दो सालों में अपराधगढ़ बन चुका है, बलात्कार, लूट, डैकती हत्या जैसी तमाम घटनाएं घट रही है। पूरे प्रदेश में लॉ एंड आर्डर विफल हो चुकी है। किसानों को 6 हजार रुपए की राशि मिलनी थी वो भी नहीं मिल रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस्तीफा बयान पर बोले डॉ. रमन सिंह आलाकमान को विचार करना चाहिए। जो आलाकमान से वादा किया है तो उसे निभाना पड़ेगा।
केंद्रीय कृषि बिल पर बोले डॉ रमन सिंह ने कहा- एक दो राज्य को छोड़ दिया जाए तो पूरे 28 राज्यों में किसानों के भीतर कोई हलचल नहीं है, केवल राजनीतिक दुर्भावना के चलते है विरोध हो रहा है। किसानों के हित में ही बिल पारित किया गया है।