New CM Effect : साय के सीएम बनते ही जशपुर के भग्योदय की जगी उम्मीद, जर्जर सड़कों का जायजा लेने दिल्ली से पहुंचा अधिकारियों का दल

अब विष्णुदेव साय के सीएम बनते ही जिस तरीके से नेशनल हाईवे के अफसरों ने सजगता दिखाई है, उससे उम्मीद जगी है कि महीने दो महीने ना सही लेकिन आगामी छह महीने में अवश्य जशपुर पहुंचना आसान हो जाएगा। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-12-13 08:37 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Chhattisgarh's new Chief Minister Vishnudev Sai,)का गृह जिला जशपुर (Jashpur)प्रदेश के सुदूर उत्तर पूर्व में पड़ता है। प्रदेश के अनेक दिग्गज नेताओं का यह गृह जिला है, फिर भी वहां तक कनेक्टिविटी अब तक ठीक नहीं हो गपाई है। लेकिन विष्णुदेव साय के मुख्यमंत्री बनते ही अब ऐसा लगने लगा है कि, इस जिले की सड़कें भी अब चमकने लगेंगी।

महली जानकारी के मुताबिक इस दिशा में काम शुरू भी हो चुका है। जशपुर जिले की सड़कों का मुआयना करने के लिए देश की राजधानी दिल्ली से भूतल परिवहन विभाग के सचिव स्तर के अधिकारी के साथ नेशनल हाईवे के अधिकारियों की पूरी एक टीम जशपुर पहुंची है। 20 - 22 गाड़ियों के काफिले के साथ पहुंची ये टीम मुख्यमंत्री के गृह ग्राम बगिया के आसपास की सड़कों को देखने के साथ ही इस बात की भी पड़ताल कर रहा है कि, आखिर पिछले 10 साल से बन रही एनएच 43 अब तक कंप्लीट क्यों नहीं हो पाई।

सरकारों की प्राथमिकता में नहीं रहा जशपुर

छत्तीसगढ़ को पृथक राज्य बने 23 साल हो गए हैं, लेकिन लगता है कि प्रदेश की सरकारों की प्राथमिकता वाली सूची में जशपुर जिला अब तक आ ही नहीं पाया। संभवत: तभी तो आज किसी को राजधानी से जशपुर जाना हो तो उसे कई लोगों से मार्ग के बारे में और किस माध्यम से जाना उचित रहेगा, इस बारे में विचार-विमर्श करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि, रायगढ़ से जशपुर के रास्ते में कुनकुरी तक 100 किलोमीटर का पैच पिछले 10 साल से बन रहा है। और अब तक यह कंप्लीट नहीं हो पाया है। कुनकुरी से जशपुर तक 40 किलोमीटर फोर लेन सड़क बन चुकी है। रायगढ़ से कुनकुरी के बीच 100 किमी सड़क अगर कंप्लीट हो जाए तो रायपुर या प्रदेश के अन्य हिस्सों से जशपुर जाने वालों के लिए आसानी हो जाएगी।

रायगढ़ से जशपुर तक सड़क का भगवान ही मालिक

अभी तक जशपुर जाने के लिए सबसे सीधा रास्ता रायगढ़, धरमजयगढ़, कुनकरी के रास्ते पत्थलगांव फिर जशपुर है। इसमें रायपुर से रायगढ़ तक फोर लेन सड़क मौजूद है। मगर उसके आगे स्थिति बड़ी विकट है।

अंबिकापुर-जशपुर मार्ग में भी गड्ढों के बीच ढूंढ़नी पड़ती है सड़क

वहीं जशपुर पहुंचने के लिए जो दूसरा रास्ता है वह अंबिकापुर से होकर जाता है। रायपुर से बिलासपुर, कोरबा और अंबिकापुर जाना पड़ता है। इस सड़क की हालत भी कुछ ठीक नहीं मानी जा सकती। यदि अंबिकापुर तक आप जैसे-तैसे पहुंच भी गए तो उससे आगे जशपुर की राह आसान नहीं होगी। यहां भी हालत गड्ढों के बीच सड़क ढूंढ़ने जैसी ही है। बहरहाल अब विष्णुदेव साय के सीएम बनते ही जिस तरीके से नेशनल हाईवे के अफसरों ने सजगता दिखाई है, उससे उम्मीद जगी है कि महीने दो महीने ना सही लेकिन आगामी छह महीने में अवश्य जशपुर पहुंचना आसान हो जाएगा।

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