दुर्गावाहिनी की नई पहल : मातृशक्ति को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने महिलाओं को दिया सन्देश, घर-घर से महिलाएं एकत्रित कर, करवाया दुर्गा चालीसा का पाठ
दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति की कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को नशामुक्ति, संगठित रहकर बच्चों में संस्कार जगाने, धर्मांतरण रोकने, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित किया। पढ़िए पूरी खबर...;
राहुल यादव लोरमी। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में श्री दुर्गाष्टमी एवं महानवमी के पावन पर्व पर माताओं-बहनों के बीच जागरूकता का सन्देश देते हुए, दुर्गावाहिनी व मातृ शक्ति से जुड़ी बहनों ने अनेक स्थानों पर दुर्गा चालीसा का पाठ किया। विश्व हिंदू परिषद की मातृ शाखा दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति की स्थापना दुर्गाअष्टमी के दिन ही हुई थी। इस कारण बड़ी संख्या में दुर्गावाहिनी की कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव जाकर घर-घर से महिलाओं को एकत्रित करके दुर्गा चालीसा का पाठ कराया।
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए किया प्रेरित
दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति की कार्यकर्ताओं ने महिलाओं को नशामुक्ति, संगठित रहकर बच्चों में संस्कार जगाने, धर्मांतरण रोकने, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित किया। जिले के झझपुरी खुर्द, सेमरसल सिद्ध मुनिबाबा, मसनी-मसना, ठरकपुर, कोतरी, पैजनिया, सारधा, मुंगेली नगर,सहित अनेक स्थानों से बड़ी संख्या में माताओं और बहनों ने दुर्गा चालीसा का पाठ किया।
दुर्गावाहिनी की ये पहल बनी कौतुहल का विषय
इसके अलावा दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति की कार्यकर्ताएं समय-समय में नवयुवतियों को किसी एक स्थान पर लाकर कराटे, योगा, अनेक धार्मिक व देशभक्ति गीतों के माध्यम से महिलाओं को आगे लाने का प्रयास भी दुर्गावाहिनी की बहनें करती ही है और आज स्थापना दिवस पर दुर्गावाहिनी की ये पहल महिलाओं के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है। कई लोगों ने घरों में यह कार्यक्रम नियमित करने का सन्देश दिया है।