न्यू ईयर पार्टी : बस्तर में पर्यटकों की संख्या कुछ दिनों में ही कई गुनी, कोरोना के नए वेरिएंट का डर...!
बस्तर के चित्रकोट, तीरथगढ़ सहित अन्य पर्यटन स्थलों में पड़ोसी राज्यों जिसमें ओडिशा,आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के पर्यटक बस्तर पहुंच रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि बस्तर से लगे अन्य राज्यों के सीमाओं में पर्यटकों की ना कोरोना जांच की जा रही है और ना ही बिना मास्क पर कार्रवाई की जा रही है.;
जगदलपुर. बस्तर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए पूरे देश में जाना जाता है. यहां की खूबसूरत जलप्रपात नैसर्गिक वन और कांगेर नेशनल पार्क समेत नैसर्गिक गुफाओं का नजारा देखते ही बनता है. प्रकृति ने बस्तर को संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ा है. यही वजह है कि देश के कोने-कोने से पर्यटक बस्तर की खूबसूरती निहारने पहुंचते हैं. लेकिन देश में चल रहे कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों के मन में भय उत्पन्न कर दिया है.
देश में बढ़ते कोरोना के नए वेरियंट ओमिक्रोन के मामले को लेकर देश के अन्य राज्यों में स्थिति खराब हो रही है. कई जगहों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है. लेकिन बस्तर की खूबसूरती को निहारने के लिए बेधड़क पर्यटक बस्तर पहुंच रहे हैं. ना उन्हें कोविड का डर है और ना ही नए वेरिएंट का. ऐसे में बस्तर के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या दो दिनों से लगातार बढ़ रही है.
बस्तर के चित्रकोट, तीरथगढ़ सहित अन्य पर्यटन स्थलों में पड़ोसी राज्यों जिसमें ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के पर्यटक बस्तर पहुंच रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि बस्तर से लगे अन्य राज्यों के सीमाओं में पर्यटकों की ना कोरोना जांच की जा रही है और ना ही बिना मास्क पर कार्रवाई की जा रही है. हालांकि बस्तर में अब तक कोई मामला नहीं आया है लेकिन नए साल के स्वागत के जश्न में बस्तर में नए वेरिएंट की दस्तक ना हो जाये. इधर नए साल के जश्न को लेकर लगातार आ रहे पर्यटकों को जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई रोक-टोक नहीं की गई है. लेकिन राजधानी से मिले आदेश के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. सभी पर्यटन स्थलों में सीमित संख्या में ही पर्यटकों का प्रवेश बता रहा है. फ़िलहाल 2021 के विदाई और नए साल के जश्न में कहीं नए वेरिएंट की बड़ी आफत ना आ जाये.