जी नहीं... एक स्कूल में 3 नहीं... यहां 3 स्कूलों के लिए है एक ही शिक्षक... वह भी महीने-दो महीने नहीं, बल्कि पिछले 7 सालों से...क्या है इन स्कूलों का हाल...जानिए

3 स्कूलों के लिए 7 सालों से सिर्फ एक ही शिक्षक पदस्थ है। एक शिक्षक पर तीन स्कूलों के बच्चे निर्भर हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं ग्रामीण भी सालों से शिक्षक की मांग कर थक चुके हैं। पढ़िए पूरी खबर ...;

Update: 2022-12-30 09:57 GMT

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में तीन जिलों की सरहद पर बसे धुर नक्सल प्रभावित एक गांव की स्कूल में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। यहां की 3 स्कूलों के लिए 7 सालों से सिर्फ एक ही शिक्षक पदस्थ हैं। एक शिक्षक के भरोसे तीन स्कूलों के बच्चे निर्भर हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं ग्रामीण भी सालों से शिक्षक की मांग कर थक चुके हैं। लेकिन उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया आरोप

दरसअल, जिले के ग्राम एरपुंड और मालेवाही की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है। और वहीं दंतेवाड़ा जिले की दूरी महज 40 किलोमीटर है। नारायणपुर भी बेहद नजदीक है। ग्रामीणों ने लगाया आरोप कि, तीन जिलों की सीमा के बीच में बसे होने के कारण यहां प्रशासन ध्यान नहीं देता। साल 2016 से एरपुंड पंचायत के मालेवाही स्कूल में एक ही शिक्षक पदस्थ है। एक शिक्षक के भरोसे तीन स्कूल के बच्चे निर्भर हैं।

एरपुंड में 2 बच्चे है अध्यनरत

ग्रामीणों ने बताया कि, पहले यहां प्राथमिक और मिडिल स्कूल संचालित था लेकिन अब एरपुंड की माध्यमिक शाला को भी मालेवाही में ही शिफ्ट कर दिया गया है। जिससे एक ही शिक्षक को तीन स्कूल के बच्चे को देखना पड़ रहा है। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ रहा है। यहां प्राथमिक शाला मालेवाही में 30, माध्यमिक शाला में 8 और 1 शिक्षक हैं। साथ ही माध्यमिक शाला एरपुंड में 2 बच्चे अध्यनरत हैं।

शिक्षकों की मांग करते करते थक गए : ग्रामीण

ग्रामीण सुदूराम मंडावी ने बताया कि, शिक्षक की कमी की शिकायत को लेकर पिछले साल चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम के पास भी लोहंडीगुड़ा गए थे। तब विधायक ने BEO को निर्देश दिया था कि, एक शिक्षक यहां भेजा जाए। लेकिन अब तक कोई शिक्षक मालेवाही स्कूल में नहीं आया है।ग्रामीण ने बस्तर के SDM से भी मांग रखी थी। लेकिन अब तक यह मांग पूरी नहीं हुई हैं।

बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़

लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के BEO भी पिछले माह निरीक्षण पर आए हुए थे। तब उन्होंने एक सप्ताह के अंदर शिक्षक की व्यवस्था करवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन, इतने दिन हो गए जिला मुख्यालय से किसी शिक्षक को ना तो विधायक ने भेजा ना ही SDM ने। ऐसे में बच्चों की शिक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

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