अब पिछड़ा वर्ग ने भरी हुंकार : बड़ी रैली निकालकर मांगा 26 फीसदी आरक्षण, और क्या मांगा... जानिए

पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों ने मुख्यालय में अधिकार रैली का आयोजन किया गया। पहली बार भारी संख्या में पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोग इक्कठा होकर अपनी मांगो को लेकर मुखर हो रहे है ... क्या है मामला, पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2022-10-18 13:26 GMT

गौरव श्रीवास्तव-कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सर्व पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों ने मुख्यालय में अधिकार रैली का आयोजन किया गया। रैली में भारी जन सैलाब देखने को मिला। कांकेर जिला मुख्यालय में पहली बार भारी संख्या में पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोग इक्कठा होकर अपनी मांगो को लेकर मुखर हो रहे है। सर्व पिछड़ा वर्ग समुदाय ने छह सूत्रीय मांगों को लेकर रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार, प्रदर्शन के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग जाम रहा। जिला मुख्यालय कांकेर में बस्तर संभाग के अलावा बालोद, धमतरी, मानपुर, मोहला से हजारों पिछड़ा वर्ग समुदाय के लोग इकट्ठा हुए। वहीं कांकेर नरहरदेव देव मैदान से कलेक्टर कार्यालय तक विशाल रैली निकाली गई। इस बीच पिछड़ा वर्ग समुदाय का जन सैलाब जिला मुख्यालय में उमड़ पड़ा जहां गली-मोहल्ले में खचा-खच भीड़ थी। अंदाजा लगाया जा रहा है कि करीब 20 हजार की भीड़ मौजूद थी। सर्व पिछड़ा वर्ग समुदाय का मांग है कि राज्य पिछड़ा वर्ग के 52 प्रतिशत आबादी के आधार पर 26 प्रतिशत आरक्षण दिए जाये।


मांगों को लेकर की आवाज बुलंद

पिछड़ा वर्ग को परंपरागत वनवासी होने के नाते पांचवी अनुसूची में शामिल किए जाने, राज्य के त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में भारत सरकार के जनसंख्या गणना के आधार पर जिन ग्राम पंचायतों में पिछड़ा वर्ग के बहुलता है। ऐसे ग्राम पंचायत में पिछड़ा वर्ग के सरपंच समेत दूसरे पद आरक्षित किए जाने की मांग की। छत्तीसगढ़ और केंद्र सरकार ने प्राथमिक शिक्षा से लेकर कालेज की पढ़ाई के लिए संचालित सभी आश्रम के छात्रावास में पिछड़ा वर्ग छात्र-छात्राओं के लिए आरक्षण और छात्रवृत्ति एक समान किए जाए। पिछड़ा वर्ग परंपरागत वनवासियों को वनअधिकार मान्यता पत्र जो वर्तमान में लंबित है। उसे तत्काल प्रदान किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद किया गया।

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