पंडो जनजाति की प्रसुता और नवजात के साथ नर्स ने किया दुर्व्यवहार, तत्काल हटाने के निर्देश

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में राष्ट्रपति के दत्तक पंडो जनजाति की प्रसुता महिला से स्वास्थ्य विभाग की नर्स द्वारा दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। नर्स ने नवजात की नाल काटने से मना कर दिया। मामला सामने आने के बाद नर्स को हटाने के साथ-साथ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2021-09-16 12:52 GMT

बलरामपुर। यह मामला रामचंद्रपुर विकासखंड के महादेवपुर उपस्वास्थ्य केंद्र का है, जहाँ पर आज सुबह एक विशेष पिछड़ी जनजाति की महिला ने बच्चे को जन्म दिया था और बच्चे की नाल कटवाने के लिए उपस्वास्थ्य केंद्र पहुची थी, लेकिन इस दौरान ड्यूटी पर उपस्थित महिला नर्स ने बच्चे की नाल काटने से यह कह कर मना कर दिया कि नाल काटने के बाद उसे दोबारा नहाना पड़ेगा। महिला अपने नवजात को लेकर वापस घर लौट गई। लेकिन जब मामला प्रकाश में आया, तब जाकर नर्स ने घर जाकर नवजात बच्चे की नाल काटी और महिला एवम उसके बच्चे को बेहतर ईलाज के लिए रामानुजगंज स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है। वहीं पूरे मामले में विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ने नर्स द्वारा किये गए कृत्यों के लिए उसे तत्काल प्रभाव से महादेवपुर उपस्वास्थ्य केंद्र से हटा दिया गया एवम कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। जहाँ एक ओर जिले में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की असमय मौत हो रही है और इस पर इन दिनों प्रदेश में राजनीति भी गरमाई हुई है, जिस पर जिला प्रशासन कह रहा है कि समुदाय में जागरूकता की कमी है। जब पंडो महिला खुद चलकर अस्पताल पहुँच रही है तो स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा है, इससे आप समझ सकते हैं कि किसको जागरूक होने की जरूरत है, पंडो समाज को या फिर स्वास्थ्य विभाग को?

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