निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं होंगी बंद, सरकारी में शुरू हो चुकी ऑफलाइन परीक्षाएं
जिले के निजी स्कूल अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने की तैयारी में हैं। निजी स्कूलों द्वारा इसके लिए प्रशासन को पहले ही पत्र लिखा जा चुका है, जिसमें उनके द्वारा कहा गया था कि ऑनलाइन कक्षाओं के कारण बच्चे आलसी हो रहे हैं तथा पढ़ाई की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। शासन द्वारा इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अब निजी स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं के कारण गिर रही शैक्षिक गुणवत्ता को आधार बनाते हुए ऑफलाइन कक्षाओं के लिए पालकों को मैसेज भेज रहे हैं।;
रायपुर. जिले के निजी स्कूल अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से ऑनलाइन कक्षाएं बंद करने की तैयारी में हैं। निजी स्कूलों द्वारा इसके लिए प्रशासन को पहले ही पत्र लिखा जा चुका है, जिसमें उनके द्वारा कहा गया था कि ऑनलाइन कक्षाओं के कारण बच्चे आलसी हो रहे हैं तथा पढ़ाई की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। शासन द्वारा इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। अब निजी स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं के कारण गिर रही शैक्षिक गुणवत्ता को आधार बनाते हुए ऑफलाइन कक्षाओं के लिए पालकों को मैसेज भेज रहे हैं।
शासकीय स्कूलों में त्रैमासिक परीक्षाएं प्रारंभ हो गई हैं। कुछ निजी स्कूलों में यह ऑनलाइन मोड में हो रही हैं तो कुछ में ऑफलाइन मोड में। सीबीएसई के टर्म एग्जाम इस माह के अंत अथवा नवंबर में लिए जाएंगे। इसके अंक मुख्य परीक्षाओं में जोड़े जाएंगे। निजी स्कूल नहीं चाहते कि उनके संस्थान का प्रदर्शन प्रभावित हो। इसलिए वे पालकों को मैसेज के जरिए बच्चों को स्कूल भेजने प्रेरित कर रहे हैं। छोटे स्कूल शहर में ऑफलाइन मोड में ही संचालित हो रहे हैं, लेकिन बड़े स्कूलों में अब तक ताला लटका हुआ है। इस स्थिति ने प्रबंधन को अधिक परेशान कर दिया है।
छोटे शहरों में पहले ही बंद
प्रदेश के छोटे शहरों में पहले ही ऑनलाइन कक्षाएं लगभग बंद हो गई हैं। अगस्त माह में स्कूल खुलने के दाैरान उपस्थिति दर कम थी, लेकिन सितंबर माह से यहां स्कूल आने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है। वर्तमान में 80 फीसदी से अधिक बच्चे स्कूल आ रहे हैं। यहां तिमाही परीक्षा भी ऑफलाइन मोड में ही हो रही है। शासन द्वारा अनुमति मिलने के साथ ही यहां पालकों द्वारा भी बच्चों को स्कूल भेजने की सहमति दे दी गई थी। रायपुर में आधे पालकों की अनुमति अब तक नहीं मिल सकी है। स्कूल अब पालकों से इसकी वजह जानने के साथ ही उसका समाधान भी खोज रहे हैं।
नहीं पढ़ा पा रहे
ऑनलाइन परीक्षा व कक्षाएं संचालित होने के कारण बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता कम हुई है। उनके सीखने का स्तर इतना प्रभावित हो चुका है कि उन्हें ऑनलाइन पढ़ाने में दिक्कत हो रही है।
- राजीव गुप्ता, अध्यक्ष, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन