37 दिनों बाद उठे शटर, इलेक्ट्रानिक्स, बर्तन, कपड़े
लॉकडाउन बढ़ा, पर कारोबार में छूट ने शहर की रंगत लौटा दी। साेमवार को पाबंदियों के साथ दुकान-बाजार के शटर उठे और शुभ-बोहनी के साथ कारोबारियों ने राहत की सांस ली, पर पहले दिन उम्मीद के मुताबिक धंधा नहीं हुआ। कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रानिक्स के अलावा सराफा का धंधा भी आम दिनों की तुलना में आधा भी नहीं हुआ।;
लॉकडाउन बढ़ा, पर कारोबार में छूट ने शहर की रंगत लौटा दी। साेमवार को पाबंदियों के साथ दुकान-बाजार के शटर उठे और शुभ-बोहनी के साथ कारोबारियों ने राहत की सांस ली, पर पहले दिन उम्मीद के मुताबिक धंधा नहीं हुआ। कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रानिक्स के अलावा सराफा का धंधा भी आम दिनों की तुलना में आधा भी नहीं हुआ। कारोबारियों के मुताबिक सराफा छोड़कर तीनों सैगमेंट में सात करोड़ की बोहनी दर्ज हुई। वैसे भी पहले दिन साफ-सफाई में भी वक्त लगा।
गौरतलब है कि कारोना की स्थिति सुधरने पर लॉकडाउन में थोड़ी-थोड़ी राहत देते हुए 37 दिन बाद शहर को पूरी तरह से अनलॉक करने ऑड-ईवन की तर्ज लेफ्ट-राइट की दुकानों को एक दिन के गैप में खोलने की अनुमति दी गई है। धंधा खुलने से कारोबारी खुश हैं लेकिन आड ईवन और गैप में कारोबार को लेकर नाखुश भी हैं। अलग-अलग सेक्टर के कारोबारियों से बात करने पर उन लोगों ने कहा कि इस योजना ने कारोबार का भट्टा बैठा दिया और उनका व्यापार पहले से भी आधा यानी 50 प्रतिशत हुआ।
उल्लेखनीय है कि शहर अनलॉक होने की स्थिति में मालवीय रोड, एमजी रोड पर लोगों की आवाजाही सामान्य दिनों से दो तिहाई से ज्यादा रही। ज्यादातर लोगों की आवाजाही गोलबाजार क्षेत्र में रही। गोलबाजार में जरूरी राशन सामग्री खरीदने सामान्य दिनों की तरह भीड़ रही। शादी सीजन होने के बावजूद बर्तन लाइन में ग्राहकी कम रही। इसी तरह से इलेक्ट्रॉनिक गुड्स की दुकानों में ग्राहकी औसत रही। लंबे समय के बाद दुकान खुलने से कारोबारियों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद थी। दुकानों में ग्राहकी कम होने की वजह कारोबारियों ने ऑड-ईवन नियम को बताया। साथ ही सभी सेक्टर के कारोबारियों ने ऑड-ईवन का विरोध किया।
जहां ऑड-ईवन फार्मूला नहीं, वहां भीड़
शहर के व्यस्ततम बाजारों को छोड़कर जिन क्षेत्रों के बाजार में ऑड-ईवन लागू नहीं है, वहां की दुकानों में आम दिनों की तरह ग्राहकों की भीड़ रही। ऐसे इलाकों में नहीं लग रहा था कि शहर में लॉकडाउन किया गया है। इसमें शहर के टिकरापारा, सिद्धार्थ चौक, संतोषीनगर, राजेंद्रनगर, कटोरातालाब, अमलीडीह क्षेत्र के साथ शहर के अन्य अंदरूनी क्षेत्र के बाजार शामिल हैं।
विवाद न हो, इसलिए ऐसी व्यवस्था
ऑड-ईवन नियम के मुताबिक दुकानें खोलने में किसी तरह से विवाद न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए रविभवन, लालगंगा तथा जयराम कांप्लेक्स के कारोबारियों ने दुकानों के सामने लाल तथा पीले कलर की मार्किंग की है। उक्त क्षेत्र की दुकानों को वहां के दुकानदार मार्किंग के हिसाब से सप्ताह में तीन-तीन दिन खोलेंगे।
उम्मीद से कम व्यापार
शादी के सीजन में सबसे ज्यादा गुलजार रहने वाले कपड़ा, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सराफा कारोबार में आधे से एक तिहाई कारोबार होने की जानकारी उक्त क्षेत्र के कारोबारियों ने दी। थोक एवं रिटेल कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष चंदर विधानी के मुताबिक दुकान अनलॉक होने के बाद उन्हें पहले दिन दुकान में साफ-सफाई तथा स्टॉक व्यवस्थित करने में मशक्कत करनी पड़ी।
रिटेल में कपड़ा कारोबार पहले दिन महज पांच करोड़ रुपए के आसपास हुआ। जबकि बर्तन लाइन के कारोबारी शैलेश अग्रवाल तथा अन्य कारोबारियों ने पहले दिन 75 लाख रुपए का कारोबार होने की बात कहा। इसके साथ ही मालवीय रोड मोबाइल इल्केट्रॉनिक्स संघ के महामंत्री राजेश वासवानी ने पहले दिन मोबाइल तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के एक से डेढ़ करोड़ रुपए के कारोबार होने की बात कही।
इसलिए ग्राहक कम आए
कारोबारियों के मुताबिक ऑड-ईवन की वजह से उनकी दुकानदारी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। ज्यादातर ग्राहक अपने परिचित या रेगुलर चिन्हित दुकान से खरीदी करते हैं। ऑड-ईवन में एक तरफ की दुकानें खुलने की वजह से जो ग्राहक जहां से खरीदी करता है वे दुकानें बंद होने की वजह से ग्राहक खाली लौटने को मजबूर हुआ। इस वजह से उनकी दुकानदारी प्रभावित हुई। सभी सेक्टर के कारोबारियों ने ऑड-ईवन की जगह सप्ताह में एक दिन गैप कर सभी दुकानों को खोलने की मांग की है।
काम की तलाश में चावड़ी पहुंचे मजदूर
शहर अनलॉक होने की जानकारी मिलते ही सवा महीने से खाली बैठे मजदूरों को काम मिलने की उम्मीद जागी और वे काम की तलाश में चावड़ी पहुंचे। लॉकडाउन की वजह से मजदूर पूरी तरह से बेगारी काट रहे थे। ऐसे में अपने परिवार के भरण-पोषण करने के साथ अन्य जरूरत पूरी नहीं कर पा रहे थे। इसी वजह से शहर अनलॉक होने के साथ आसपास क्षेत्रों के मजदूर काम की तलाश में रायपुर पहुंचे।