रेडी टू ईट पर विपक्ष हमलावर : भाजपा विधायक ने उठाया सप्लाई नहीं होने का मामला, मंत्री ने हाईकोर्ट में लगी याचिका को बताया वजह...
विधानसभा के मानसून सत्र में प्रश्नकाल के दौरान रेडी टू ईट सप्लाई का मामला गरमाया। भाजपा विधायक ने मामला उठाया। विधायक ने महिला एवं बाल विकास मंत्री से पूछा कि अप्रैल से 30 जून तक सप्लाई किस-किस एजेंसी से कराई गई है। इस पर महिलाएवं बाल विकास मंत्री ने जवाब देते हुए क्या कहा पढ़िए पूरी खबर..;
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में प्रश्नकाल के दौरान रेडी टू ईट सप्लाई का मामला गरमाया। भाजपा विधायक ने मामला उठाया। विधायक ने महिला एवं बाल विकास मंत्री से पूछा कि अप्रैल से 30 जून तक सप्लाई किस-किस एजेंसी से कराई गई है। इस पर महिलाएवं बाल विकास मंत्री ने जवाब देते हुए क्या कहा पढ़िए पूरी खबर.. कि राज्य बीज कृषि विकास निगम की ओर से सप्लाई की जा रही है। सौरभ सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अप्रैल महीने में रेडी टू ईंट फ़ूड की सप्लाई नहीं हुई है। इस पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि महिला स्व सहायता समूह की हाईकोर्ट में लगी याचिका की वजह से सप्लाई नहीं हो सकी। बीजेपी ने सदन की कमेटी से जांच कराए जाने की मांग की। साथ ही बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि जिस तरह से जवाब आ रहे हैं भगवान मालिक है।
रेडी टू ईंट की सप्लाई में घुस गए माफिया : कौशिक
सदन में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि रेडी टू ईंट फ़ूड की सप्लाई में अब माफिया घुस गए हैं। सदन में इस मामले पर जमकर शोर शराबा हुआ। वहीं संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि अगर जांच की आवश्यकता होगी, तो आगे निर्णय लिया जाएगा। विधायक सौरभ सिंह ने पूछा कि हाईकोर्ट ने ये भी आदेश दिया था कि जिन जिन समूहों का अनुबंध ख़त्म नहीं हुआ है, उनकी सप्लाई जारी रहेगी। अनिला भेड़िया ने कहा कि ऐसे समूहों से बीज निगम ने सप्लाई जारी रखा है। इन समूहों से रेडी टू ईंट फ़ूड की सप्लाई की जा रही है।
ट्रांसपोर्टेशन 13 की जगह 3 रुपए तय
श्री सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट ने रेडी टू ईंट फ़ूड के ट्रांसपोर्टेशन का ज़िम्मा महिला स्व सहायता समूह को देने का आदेश दिया है। ट्रांसपोर्टेशन 13 रुपए की दर से किया जाना है, लेकिन बीज निगम 3 रुपए की दर तय कर रहा है। समूहों को तकलीफ़ देने की बात है। सरकार ने अपने एक जवाब में ये बताया है कि ट्रांसपोर्टेशन के लिए एक दूसरी कंपनी से अनुबंध किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ एग्रो फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड इसका अनुबंध कर रहा है। दो बातें एक साथ कैसे हो सकती है।
अप्रैल महीने में नहीं हुई रेडी टू ईंट की सप्लाई
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि रेडी टू ईंट फ़ूड की सप्लाई की वैकल्पिक व्यवस्था क्या की गई है? सदन में मंत्री ने इससे जुड़े एक सवाल पर दिए गए जवाब पर कहा कि उनका जवाब ग़लत था। मंत्री अनिला भेड़िया ने बताया कि मई, जून महीने में सप्लाई की गई है। सिर्फ़ अप्रैल महीने की सप्लाई नहीं हुई है। अजय चंद्राकर ने कहा कि अप्रैल में यदि बच्चों के फ़ूड की सप्लाई नहीं हुई है तो ये गंभीर बात है। इस मामले की संसदीय समिति से जाँच कराई जानी चाहिए। बीज विकास निगम को पैसा कमाने का धंधा नहीं बनाना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब तक रेडी टू ईंट फ़ूड सप्लाई का ज़िम्मा महिला स्व सहायता समूह के पास था, सप्लाई में कहीं गड़बड़ी नहीं थी, लेकिन जब से एक करोड़पति को इसका ठेका दिया गया। बीज निगम के साथ एक जोईंट कंपनी बनाई गई सप्लाई ठप्प हो गया। इस मामले की जाँच कराई जानी चाहिए।
एक्सपायरी डेट को लेकर नोक-झोंक, स्पीकर ने चौबे से मांगा जवाब
स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे को जवाब देने के निर्देश दिए। रविंद्र चौबे ने कहा कि अप्रैल महीने में कोर्ट में लगी याचिका की वजह से सप्लाई नहीं हुई। अप्रैल में गर्म भोजन वितरित किया गया। बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि मंत्री अनिला भेड़िया ने सदन में गलत जवाब दिया है। डॉ. महंत ने कहा कि गलत उत्तर है तो हमें जानकारी दीजिए, जाँच कराएँगे। सौरभ सिंह ने पूछा कि पैकेट में एक्सपायरी डेट नहीं लिखी गई है, मंत्री ने कहा, उत्पादन तिथि लिखी होती है।