यहां कुम्भकर्ण को देख हैरान हुए लोग : विजयादशमी पर चल रहा था रामलीला का मंचन, जब कुम्भकर्ण ने उठाया अपना मुकुट.. तो निकला कौन... जानिए..
कार्यक्रम के दौरान कुम्भकर्ण जब अपना अभिनय प्रस्तुत कर रहा था, सभी को यही लगा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष कुम्भकर्ण अपना प्रस्तुति देता था, उसी प्रकार इस बार भी प्रस्तुति दे रहा है। अंत में जब कुम्भकर्ण मारा गया और उसने अपना मुकुटा उठाया, तब लोगों को पता चला कि यह कोई आम आदमी नहीं बल्कि केशकाल विधायक संतराम नेताम हैं। पढ़िए पूरी खबर...;
कुलजोत संधु-केशकाल। छत्तीसगढ़ के केशकाल में विधायक संतराम नेताम ने विजयादशमी पर्व के अवसर पर रामलीला मंचन के दौरान कुम्भकर्ण के किरदार में नजर आए। यहां ग्रामीण भी विधायक नेताम को देखकर अचंभित रह गए। यह आयोजन फरसगांव ब्लॉक के ग्राम बड़ेडोंगर में रखा गया था।
दरअसल छत्तीसगढ़ में कई ऐसे विधायक हैं, जो अपने-अपने खास अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इसी अंदाज में केशकाल विधानसभा क्षेत्र के विधायक संतराम नेताम भी समय-समय पर अपने कार्यों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। विधायक संतराम नेताम कभी खेतों में हल चलाते हुए, तो कभी कार्यक्रमों में गाना गाते हुए नजर आते हैं। इस बार वे दशहरा उत्सव में चल रहे कार्यक्रम में कुम्भकर्ण का किरदार निभाते नजर आए हैं।
रावण के भाई के किरदार में नजर आए विधायक
फरसगांव ब्लॉक के ग्राम बड़ेडोंगर में 5 अक्टूबर, बुधवार को चल रहे दशहरा कार्यक्रम के दौरान विधायक संतराम नेताम कुम्भकर्ण की वेशभूषा धारण किए हुए नजर आए। इस बार विधायक संतराम नेताम ने रावण के भाई कुम्भकर्ण के रूप में अभिनय प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान कुम्भकर्ण जब अपना अभिनय प्रस्तुत कर रहा था, सभी को यही लगा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष कुम्भकर्ण अपना प्रस्तुति देता था, उसी प्रकार इस बार भी प्रस्तुति दे रहा है। अंत में जब कुम्भकर्ण मारा गया और उसने अपना मुकुट उठाया, तब लोगों को पता चला कि यह कोई आम आदमी नहीं बल्कि केशकाल विधायक संतराम नेताम हैं।
कुम्भकर्ण बनने का अवसर मिलने पर समिति को दी बधाई
विधायक संतराम नेताम ने क्षेत्रवासी और सभी लोगों को दशहरा की बधाई देते हुए कार्यक्रम में भाग लेने और कुम्भकर्ण बनने का अवसर मिलने पर समिति को बधाई दिया। पिछले वर्ष भी विधायक नेताम केशकाल विधानसभा के ग्राम विश्रामपुरी में भी कुम्भकर्ण बन दशहरा में रामलीला मंचन किया गया था। देखें वीडियो...