President's Award: दूसरी बार राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होगा वनांचल का लाल : गांव के प्रायमरी स्कूल से दिग्विजय कालेज तक कैसा रहा एसपी ठाकुर का सफर... पढ़िए

श्री ठाकुर प्रारंभ से ही बेहद होनहार विद्यार्थी के होने के साथ-साथ मिलनसार मृदुभाषी व्यक्तित्व के होने के कारण अपने अंचल एवं कार्यस्थल में काफी लोकप्रिय हैं। जेआर ठाकुर 1988-89 में सहायक अध्यापक के पद पर चयनित होकर लंबे समय तक कुशल शिक्षक की भूमिका का निर्वहन कर चुके हैं। पढ़िए पूरी खबर....;

Update: 2023-08-18 08:59 GMT

एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला-मानपुर। बनांचल के निवासी जेआर ठाकुर पुलिस अधीक्षक रेलवे पूरे देश में पुलिस सेवा के लिए दी जाने वाली सर्वश्रेष्ठ सहरानीय सेवा पदक आईपीएम पदक (IPM Medal) के लिए चयनित किए गए हैं। श्री ठाकुर को उनके योगदान के लिए दूसरी बार राष्ट्रपति(President) के हाथों भारतीय पुलिस पदक के लिए चयनित किए गए हैं। उनकी इस उपलब्धि पर उनके मित्रों एवं शुभचिंतकों में हर्ष व्याप्त है। जेआर ठाकुर(JR Thakur) आदिवासी बहुल मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले (tribal-dominated Mohalla Manpur Ambagarh Chowki district) के ककईपार गांव के मूल निवासी हैं। प्रारंभिक शिक्षा गृह ग्राम ककईपार और माध्यमिक शिक्षा गोटटोला के बाद मोहला से हायर सेकेंडरी पढ़ाई करते हुए पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास में रहते हुए उच्च शिक्षा दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव (Digvijay College, Rajnandgaon)में रहकर पूर्ण की। श्री ठाकुर प्रारंभ से ही बेहद होनहार विद्यार्थी के होने के साथ-साथ मिलनसार मृदुभाषी व्यक्तित्व के होने के कारण अपने अंचल एवं कार्यस्थल में काफी लोकप्रिय हैं। जेआर ठाकुर 1988-89 में सहायक अध्यापक के पद पर चयनित होकर लंबे समय तक कुशल शिक्षक की भूमिका का निर्वहन कर चुके हैं।

नक्सल अभियानों में रही महत्वपूर्ण भूमिका

इसके पश्चात वे 1998 में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से डीएसपी के पद पर चयनित होकर विभिन्न स्थानों में अपनी सेवाएं दिये हैं। श्री ठाकुर अपने पुलिसिंग के सभी क्षेत्रों के अपराध की रोकथाम और पता लगाने नक्सल विरोधी अभियान, आपदा प्रबंधक, सामुदायिक पुलिसिंग में शानदार प्रदर्शन किया हैं। पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कोटा के कार्यकाल के दौरान इनके द्वारा कई नक्सल विरोधी अभियानों(Naxal operations) का सफलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए माओवादियों को गिरफ्तार किया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसपुर के रूप में तत्परता के साथ बहादुरी का परिचय देते हुए, अपहृत पीड़िता को बचाया एवं आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक जसपुर बालोद में पदस्थापना के दौरान सामुदायिक पुलिसिंग में बहुत ही उल्लेखनीय कार्य उनके द्वारा किए गए हैं।

दूसरी बार होंगे राष्ट्रपति पदक से सम्मानित

अनुविभागीय अधिकारी (Sub-Divisional Officer) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक(Additional Superintendent of Police) जसपुर बिलासपुर बालोद एवं बलोदा बाजार में पदस्थापना के दौरान अपराध एवं कानून व्यवस्था की स्थिति पर नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए बहुआयामी चुनौतियों को बखूबी संभाला, पेशेवर रवैया सकारात्मक दृष्टिकोण अनुकरणीय साहस अनुशासन और ईमानदार पुलिस बल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए वे एक उदाहरण हैं। वर्तमान में वे पुलिस अधीक्षक रेलवे रायपुर (Railway Raipur) के पद पर कार्यरत हैं, श्री ठाकुर का पुलिस विभाग में कार्यकाल अत्यंत मेहनत लगन एवं विश्वास का परिचायक रहा है। इन्हें विशिष्ट अधिकारियों से अनेक प्रशंसा पत्र तथा मेडल प्राप्त हुए हैं, उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए 26 जनवरी 2023 को माननीय राष्ट्रपति महोदय के द्वारा दूसरी बार भारतीय पुलिस पदक आई एम प्रदान किए जाने की घोषणा किया गया है। 15 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने उन्हें भारतीय पुलिस पदक (Indian Police Medal) से सम्मानित किया।

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