रविवि ने बीएड कॉलेजों को जारी किया पत्र, पहले और बाद में दाखिल छात्रों की परीक्षा होंगी एक साथ

रायपुर: पं. रविशंकर शुक्ल विवि द्वारा बीएड महाविद्यालयों के लिए खत जारी किया गया है। इसमें रविवि ने स्पष्ट किया है कि पहले और बाद में प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों की परीक्षाएं एक साथ ही ली जाएंगी।;

Update: 2023-01-21 00:31 GMT

रायपुर: पं. रविशंकर शुक्ल विवि द्वारा बीएड महाविद्यालयों के लिए खत जारी किया गया है। इसमें रविवि ने स्पष्ट किया है कि पहले और बाद में प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों की परीक्षाएं एक साथ ही ली जाएंगी। उनके लिए पृथक-पृथक परीक्षाओं की व्यवस्था नहीं होगी। इसलिए बाद में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का सिलेबस अतिरिक्त कक्षाएं लेकर पूर्ण किया जाए। रविवि अन्य सभी विषयों की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं दिसंबर-जनवरी में आयोजित कर चुका है। केवल बीएड प्रथम सेमेस्टर की ही परीक्षाएं नहीं ली जा सकी हैं।

अन्य परंपरागत पाठ्यक्रमों में दाखिले अगस्त तक लगभग पूर्ण हो चुके थे। इसके विपरीत बीएड की प्रवेश प्रक्रिया जनवरी अंत तक चली है। इस कारण रविवि इसकी परीक्षाएं तय वक्त पर नहीं ले सका। रविवि ने पूर्व में ही ऑनलाइन एडमिशन अपडेट करने वाली कंपनी को खत लिखकर जनवरी अंत तक पोर्टल खुला रखने कहा था, ताकि बीएड में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या अपडेट की जा सके। 31 जनवरी तक पोर्टल अपडेट होने के बाद फरवरी में बीएड प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं होने की संभावना है।

4 हजार छात्र पिछड़े

प्रदेश में बीएड की 14 हजार 400 सीटें हैं। इनमें से 10 हजार 664 सीटों पर शुरुआती चरणों में प्रवेश हुए हैं, जबकि 3 हजार 736 सीटों पर बाद में प्रवेश हुए। बीएड काउंसिलिंग निर्धारित समय में प्रारंभ कर दी गई थी, लेकिन आरक्षण विवाद के कारण अक्टूबर माह में इस पर ब्रेक लग गया। मेरिट आधार पर छात्रों की तैयार प्रवेश सूची भी रोक दी गई थी। कोर्ट के आदेश के बाद 9 जनवरी तक छात्रों को प्रवेश दिए गए। 3 हजार 739 छात्र ऐसे हैं, जिन्हें हाल-फिलहाल में दाखिला मिला है। इन्हें एक-दो महीने की पढ़ाई के आधार पर ही परीक्षाएं दिलानी होंगी। रविवि ने इन छात्रों के लिए ही अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने कहा है।

दूसरे सेमेस्टर पर भी प्रभाव

शुरुआती चरणों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की कक्षाएं बीएड महाविद्यालयों द्वारा पहले ही प्रारंभ की जा चुकी हैं। इन छात्रों का पाठ्यक्रम लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। एक माह पश्चात परीक्षाएं होने की स्थिति में फरवरी अंत तक परीक्षाएं चलेंगी। द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं मई-जून में आयोजित होती है। इस तरह से छात्रों को 6 माह के स्थान पर 3-4 माह के अंतराल पर ही परीक्षाएं दिलानी होंगी।

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