Paddy purchase : 20 क्विंटल में 40 किलो कम धान की खरीदी, पहले दिन ही शिकायत.. घोषणा के अनुरूप नहीं हो रही खरीदी
खरीदी केंद्रों में प्रति एकड़ प्रशासन द्वारा 19 क्विंटल 60 किलो धान की ही खरीदा जा रहा है। सरकारी फरमान के बावजूद 40 किलो कम धान खरीदे जाने से पहले ही दिन धान बेच चुके किसान सरकार की घोषणा के अनुरूप खरीदी नहीं होने पर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...;
यशवंत गंजीर-कुरुद। छत्तीसगढ़ में इस साल से किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा कांग्रेस नीत भूपेश बघेल सरकार ने की है। लेकिन उनकी घोषणा के अनुरूप किसानों से पूरा धान नहीं नही खरीदा जा रहा है। प्रति एकड़ 40 किलो धान कम खरीदने की पहले दिन ही शिकायत सामने आई है।
बता दें कि, आज से ठीक पांच दिन बाद छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण का विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। खरीदी केंद्रों में प्रति एकड़ प्रशासन द्वारा 19 क्विंटल 60 किलो धान की ही खरीदा जा रहा है। सरकारी फरमान के बावजूद 40 किलो कम धान खरीदे जाने से पहले ही दिन धान बेच चुके किसान सरकार की घोषणा के अनुरूप खरीदी नहीं होने पर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। खरीदी केंद्र कुरुद में धान बेचने गये किसानों में महावीर पिता मोहन साहू ने 0.417 हेक्टेयर में 20 क्विंटक 40 किलो, ओमप्रकाश पिता उत्तम साहू के 0.308 हेक्टेयर जमीन से 15 क्विंटल 20 किलो, मौर्या पिता भुनेश्वर चंद्राकर से 0.50 हेक्टेयर से 24 क्विंटल 40 किलो धान खरीदी गई है। हेक्टेयर की गणित किसानों ने एकड़ में बिठाया तो उसके प्रति एकड़ जमीन से 40 किलो धान कम खरीदा गया है। यही बात किसान अंजोर पिता राम सिंह, नीलकमल पिता अश्वनी चंद्राकर, घनश्याम पिता गैंदलाल, ताराचंद पिता बरन, बसंत पिता बरन, भूषण पिता अश्वनी ने भी दोहराई है।
किसान नेता ने लगाए आरोप
इस पर किसान नेता चंद्रशेखर चंद्राकर ने कहा है कि, बघेल सरकार ने खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में मार्कफेड के माध्यम से किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की मात्रा 20 क्विंटल प्रति एकड़ तय किया है, लेकिन जब किसान टोकन कटवा रहे हैं तब प्रति एकड़ 19 क्विंटल 60 किलो का टोकन काटा जा रहा है। इस तरह से 40 किलो प्रति एकड़ किसानों से कम लिया जा रहा है, जो सरकारी काँटामारी है। एक ओर आदेश में 20 क्विंटल खरीदने की बात लिखी गई है, तो दूसरी ओर ऑनलाइन साफ्टवेयर में 49 क्विंक्टल 40 किलो प्रति हेक्टेयर (एक हेक्टेयर बराबर ढाई एकड़) फिड किया गया है। जो किसानों के साथ धोखा है अभी से छल किया जा रहा है।
किसानों की शिकायत को दूर करने की जरूरत
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी राज्य सरकार जब 15 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने की घोषणा की थी, तब किसानों से मात्र 14 क्विंटल 80 किलो ही धान खरीदा जाता था। इस बार 40 किलो प्रति एकड़ कम खरीदी की शिकायत आ रही है। बहरहाल ऐन चुनाव के पहले शुरू हुई धान खरीदी में उपजे इस विवाद को समय रहते साफ्टवेयर में जल्द से जल्द सुधार कर किसानों को होने वाली इस असुविधा को दूर करने की जरूरत है।
हमें यही आदेश मिला है : टिकेंद्र बैस
वहीं इस मुद्दे पर कुरूद जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रबंधक टिकेंद्र बैस से बात करने पर उन्होंने बताया कि, सॉफ्टवेयर में प्रति हेक्टेयर 49.40 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे जाने का आदेश है। साफ्टवेयर के मानक में प्रति एकड़ के हिसाब से 19 क्विटल 60 किलो बैठ रहा है। हमें जो आदेश मिला है, उसके हिसाब से ही खरीदी कर रहे हैं।