Raipur: राज्य में अगले माह 67 लाख लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया की दवा
Raipur: फाइलेरिया (Filariasis) के मामले में संवेदनशील माने जाने वाले सात जिलों के 23 ब्लाक में रहने वाले करीब 67 लाख लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा (Medicine) खिलाई जाएगी। इस अभियान की निगरानी दिल्ली (Delhi) से आने वाली टीम द्वारा की जाएगी। यहां पढ़िए पूरी खबर...;
Raipur: फाइलेरिया (Filariasis) के मामले में संवेदनशील माने जाने वाले सात जिलों के 23 ब्लाक में रहने वाले करीब 67 लाख लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा (Medicine) खिलाई जाएगी। इस अभियान की निगरानी दिल्ली (Delhi) से आने वाली टीम द्वारा की जाएगी। इस अभियान की तैयारियों में सूचना स्वास्थ्य जुटा हुआ है।
फाइलेरिया (Filariasis) की जांच बड़ी कठिन है और रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद इसका इलाज भी संभव नहीं है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग (Health Department) द्वारा इस संक्रमण से बचाव के लिए पहले ही दवा का सेवन कराया जाता है। फाइलेरिया के केस मिलने की वजह से दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा, सक्ती जिले तथा मुंगेली के लोरमी ब्लाक और महासमुंद के सरायपाली ब्लाक के करीब 67.64 लाख लोगों को इससे बचाव के लिए दवा खिलाने 10 से 16 अगस्त तक अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान की निगरानी के लिए दिल्ली से टीम आने की संभावना है, जिसे ध्यान में रखते हुए व्यापक स्तर पर इसकी तैयारी की जा रही है। इस अभियान के लिए पिछले उच्च स्तर पर बैठक हुई थी। इसमें दवा प्रबंधन (Drug Management) से लेकर इसका सेवन करने वालों की ट्रेनिंग और साइड इफेक्ट (Side Effect) जैसी स्थिति से निपटने के लिए टीम का गठन करने निर्देशित किया गया था। साथ ही अभियान के लिए मोबाइल टीम सहित 27 हजार औषधि प्रशासन, 27 सौ पर्यवेक्षक और 270 सेक्टर पर्यवेक्षकों का चयन किया गया है।
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कृमिनाशक दवा भी खिलाई जाएगी
इसी दौरान राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (National Deworming Day) को ध्यान में रखते हुए राज्यभर में 19 साल तक के बच्चों को कृमिनाशक दवा (Anthelmintic Drug) खिलाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों (Health Centers) के साथ शिक्षण संस्थाओं में भी अभियान चलाया जाएगा और छूट जाने वाले बच्चों को दवा खिलाने के लिए घर तक पहुंचने मॉप अप राउंड संचालित किया जाएगा। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वीआर भगत (Dr. VR Bhagat) ने बताया कि इसके लिए सभी 33 जिलों के कर्मचारियों की ट्रेनिंग का काम पूरा किया जा रहा है। इसके साथ ही जरूरत के हिसाब से जहां दवा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
फाइलेरिया (Filariasis) की जांच की प्रक्रिया बेहद कठिन है और इसका पता चलते देर होने के बाद इलाज भी संभव नहीं होता है। इससे बचाव का उपाय पहले ही दवा का सेवन करना है। अगले माह सात जिलों के 23 ब्लाक में इसके लिए अभियान चलाया जाएगा।