राम ननिहाल बनेगा पर्यटन-तीर्थ, चंदखुरी कौशल्या मंदिर का सौंदर्यीकरण पूर्णता की ओर
भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी का प्राचीन कौशल्या मंदिर के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए, पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। चंदखुरी को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जाना है। क्षेत्र में विकास कार्य और सौन्दर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा होने को है। इसकी साज-सज्जा देखने योग्य रहेगी। पढ़िए पूरी खबर-;
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना राम वनगमन पर्यटन परिपथ विकास के तहत जिले के चंदखुरी गांव में माता कौशल्या मंदिर क्षेत्र में विकास कार्य और सौन्दर्यीकरण का कार्य लगभग पूरा होने को है। पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू समय-समय पर विकास कार्यों का अवलोकन करने के साथ ही संबंधित निर्माण एजेंसी और विभागीय अधिकारियों को सतत मॉनिटरिंग करने के निर्देश देते रहे हैं।
दरअसल, भगवान राम के ननिहाल चंदखुरी का प्राचीन कौशल्या मंदिर के मूल स्वरूप को यथावत रखते हुए, पूरे परिसर के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। राम वनगमन पर्यटन परिपथ विकास परियोजना में शामिल चंदखुरी में यह पूरा कार्य 31 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से किया जा रहा है।
बता दें चंदखुरी को पर्यटन-तीर्थ के रूप में विकसित किया जाना है, इसलिए वहां स्थित प्राचीन कौशल्या माता मंदिर के परिसर को आकर्षक बनाने के साथ-साथ नागरिकों के लिए सुविधाजनक भी बनाया जा रहा है। तालाब का सौंदर्यीकरण करते हुए तालाब के मध्य में स्थित मंदिर-टापू को और भी आकर्षक व सुव्यवस्थित किया जा रहा है। चंदखुरी से संबंधित पौराणिक कथाओं के अनुरूप पूरे परिसर के वास्तु को डिजाइन किया गया है। तालाब मंदिर तक पहुंचने के लिए तालाब में नये डिजाइन का पुल तैयार किया जा रहा है। तालाब में घाटों और चारों ओर परिक्रमा-पथ का निर्माण किया जा रहा है। दर्शनार्थियों के वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा भी विकसित की जा रही है। इतना ही नहीं पूरे परिसर में आकर्षक साज-सज्जा के साथ रामायणकालीन थीम पर भव्य लाईट्स, साउॅण्ड व लेजर शो के क्रियान्वयन हेतु डीपीआर तैयार कर लिया गया है।