Results : एमएससी में रोके गए आधे परीक्षार्थियों के नतीजे,6 छात्रों के लिए परीक्षा, 2 ही पास

शुक्रवार को एमफॉर्मा, बीवॉक और एमएससी आईटी (M.Pharm, B.Voc and M.Sc IT)के परिणाम जारी कर दिए गए। ये सभी कम छात्र (students)संख्या वाले विषय रहे। इसके बाद भी परीक्षा परिणाम निराश करने वाले ही रहे। बीवॉक प्रथम सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षा में 6 छात्र शामिल हुए थे। पढ़िए पूरी खबर ...;

Update: 2023-09-30 06:34 GMT

रायपुर। पं.रविशंकर शुक्ल विवि (Pt. Ravi Shankar Shukla University)द्वारा शुक्रवार को एमफॉर्मा, बीवॉक और एमएससी आईटी (M.Pharm, B.Voc and M.Sc IT)के परिणाम जारी कर दिए गए। ये सभी कम छात्र (students)संख्या वाले विषय रहे। इसके बाद भी परीक्षा परिणाम( Results)निराश करने वाले ही रहे। बीवॉक प्रथम सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षा में 6 छात्र शामिल हुए थे। इनमें से 2 छात्र ही उत्तीर्ण हो सके हैं। शेष 4 छात्र फिर से एटीकेटी श्रेणी में पहुंच गए हैं। परिणाम 33.33 प्रतिशत रहे। एटीकेटी श्रेणी में रह गए छात्रों के लिए रविवि फिर से परीक्षाएं आयोजित करेगा।

एमएससी आईटी की चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा में 35 छात्र शामिल हुए थे। इनमें से 17 छात्र उत्तीर्ण हुए। दो छात्रों को एटीकेटी श्रेणी में रखा गया है, जबकि 16 छात्रों के परिणाम रोक दिए गए हैं। छात्रों के नतीजे रोके जाने का कारण विवि द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया है। परिणाम 48.57 प्रतिशत रहे। एमफॉर्मा के चतुर्थ सेमेस्टर में 9 छात्र शामिल हुए थे। इनमें से सभी उत्तीर्ण रहे हैं। सभी कक्षाओं के नतीजे रविवि की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं।

कम छात्र संख्या वाले विषय में परेशनी

यह पहली बार नहीं है, जब रविवि ने दहाई अंक से कम छात्र संख्या वाले विषयों के लिए परीक्षा आयोजित की हो। कई विषयों में 4-5 छात्र ही अध्ययनरत हैं। इनके लिए परीक्षा आयोजित करने में रविवि को शुरुआत से अंत तक पूरी प्रक्रिया अपनानी पड़ती है। परीक्षा शुल्क के रूप में उतनी राशि प्राप्त नहीं हो पाती है, जितनी राशि परीक्षा आयोजित करने में खर्च हो जाती है। इनमें भी छात्रों के फेल हो जाने पर विवि प्रबंधन को परेशानी उठानी पड़ती है।

माइग्रेशन के लिए काउंटर में कतार

नया सत्र प्रारंभ होने के साथ ही रविवि के काउंटर में माइग्रेशन के लिए लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं। नवीन पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए छात्रों को माइग्रेशन की आवश्यकता होती है। कई छात्र ऐसे भी हैं, जिनके द्वारा आवेदन किए गए हैं, लेकिन त्रुटि के कारण वक्त पर उन्हें माइग्रेशन सर्टिफिकेट नहीं मिल सका। दूरस्थ क्षेत्रों से भी विद्यार्थी माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए पहुंच रहे हैं। रविवि के प्रशासनिक भवन में सर्वाधिक आवेदन फिलहाल माइग्रेशन के लिए ही मिल रहे हैं।

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