चावल घोटाला : एक और जांच टीम आई CG, 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले की करेगी जांच, पूर्व सीएम डॉ. रमन ने लगाया था घपले का आरोप

डॉ. रमन ने प्रदेश में 6 हाजर करोड़ के चावल घोटाले का आरोप लगाकर केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी थी। इसके आधार पर जांच करने के लिए केंद्र सरकार की टीम आई है। टीम के सदस्य केंद्र सरकार की ओर से अब तक जो चावल उपलब्ध कराया गया है, उसके आबंटन व वितरण की जानकारी खंगाल रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...;

Update: 2023-05-11 11:34 GMT

रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में कथित तौर पर 6 हजार करोड़ के चावल घोटाले की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक और जांच टीम भेजी है। यह केंद्रीय जांच टीम उस चावल घोटाले की जांच करेगी जिसकी शिकायत पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने की है। दरअसल डॉ. रमन ने प्रदेश में 6 हाजर करोड़ के चावल घोटाले का आरोप लगाकर केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल को चिट्ठी लिखी थी। इसके आधार पर जांच करने के लिए केंद्र सरकार की टीम आई है। टीम के सदस्य केंद्र सरकार की ओर से अब तक जो चावल उपलब्ध कराया गया है, उसके आबंटन व वितरण की जानकारी खंगाल रहे हैं। इसके अलावा राज्य सरकार की योजनाओं के तहत जो चावल का वितरण किया जाता है, उसकी की जानकारी लेकर मिलान करेंगे।

मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. रमन सिंह की शिकायत पर केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय ने 5 सदस्यीय टीम गठित की है। इस टीम में एक सदस्य NIC का भी है। इस गठित टीम में एसआर मीना (DS,PD), राजेश कुमार पंडीर (US PD॥), अंकित त्यागी और राहुल हैं। साथ ही NIC हैदराबाद से अन्नपूर्णा को भी शामिल किया गया है। अन्नपूर्णा NIC,IT हैदराबाद में टैक्निकल डायरेक्टर हैं। यह टीम 10, 11 और 12 मई को छत्तीसगढ़ में रहेगी। 12 मई की शाम यह टीम लौटेगी। संकेत हैं कि यह टीम उन आरोपों की प्रारंभिक जाँच करेगी और उस आधार पर आगे रिपोर्ट केंद्र सरकार को देगी।

ये है चावल घोटाला मामला

उल्लेखनीय है कि, विधानसभा के बजट सत्र में डॉ. रमन सिंह ने चावल घोटाले का मुद्दा उठाया था। डॉ. रमन ने तब यह आरोप लगाया था कि, केंद्रीय पुल के चावल वितरण में जमकर घोटाला हुआ है। यह घोटाला करीब 5 से 6 हजार करोड़ का है। तब ही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस चावल घोटाले की शिकायत केंद्र सरकार से करने की बात कही थी। इस दौरान डॉ. रमन ने कहा था कि, जिस पीडीएफ योजना के लिए छत्तीसगढ़ सम्मानित होता था, पहचाना जाता था, वह अब उसी योजना में सबसे बड़े घोटाले के रूप में जाना जाएगा।

समय से पहले ही बजट सत्र समाप्त

वहीं जब सदन में डॉ. रमन सिंह ने इस मुद्दे को उठाया तो भूपेश बघेल सरकार ने इस आरोप को खारिज कर दिया। भूपेश सरकार के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने सदन में कहा कि, घोटाला गड़बड़ी इतनी व्यापक नहीं है। यह स्टॉक के सही पंजीयन नहीं किए जाने का मसला है। यह उन राशन दुकान संचालकों का दोष है, जो बीजेपी सरकार के समय ही नियुक्त हुए। मंत्री अमरजीत भगत ने दावा किया था कि, मामले की पहले से जाँच हो रही है और बजट सत्र के अंतिम दिन जाँच रिपोर्ट सदन में रख दी जाएगी, लेकिन सदन का सत्र नियत समय से पहले ही समाप्त हो गया।

प्रदेश में चहुं ओर भ्रष्टाचार हो रहा : साव

चावल घोटाले की जांच के लिए केंद्र की टीम बुधवार को छत्तीसगढ़ पहुंची चुकी है। चावल घोटाला मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में चहुं ओर भ्रष्टाचार हो रहा है, सब तरफ लूट मची है। परत दर परत घोटाला सामने आ रहा है। शराब, चावल, गोबर, गौठान, सबका पोल अब खुल रहा है। 

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