आरक्षण पर बवाल : भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत, सरकार से भर्ती प्रक्रिया तत्काल शुरू करने की रखी मांग
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने प्रेसवार्ता में कहा इस फैसले से भाजपा का काम साबित हुआ है, लेकिन इस पर कांग्रेस राजनीति कर रही है, मुख्यमंत्री श्रेय लेने पर दौड़ रहे हैं। पढ़िए पूरी खबर...;
रायपुर। छत्तीसगढ़ में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने स्वागत किया हैं। उन्होंने पार्टी की प्रेसवार्ता में कहा कि, इस फैसले से भाजपा का काम साबित हुआ है, लेकिन इस पर कांग्रेस राजनीति कर रही है, मुख्यमंत्री श्रेय लेने पर दौड़ रहे हैं। इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, पूर्व मंत्री लता उसेंडी, चंद्रशेखर साहू और जिला अध्यक्ष मौजूद थे।
विक्रम उसेंडी ने कहा - कांग्रेस का आदिवासी आरक्षण, कानून का उल्लंघन कर बनाया गया है। इससे समाज में बांटो और राज करो कि राजनीति शुरू कर दी है। सरकार को पारदर्शिता बनाते हुए, क्वांटिफाईबल डाटा सामने रखना चाहिए। उन्होंने कहा - कुणाल शुक्ला जैसे व्यक्ति को शोधपीठ का अध्यक्ष बनाया जाता है। कांग्रेस आरक्षण के खिलाफ है और सिर्फ राजनीति कर रही है। प्रदेश के लोगों के साथ छल किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठ रहा है। इस फैसले से कांग्रेस का असली चेहरा जनता के बीच आया है। भाजपा मांग करती है। कांग्रेस सरकार पारदर्शिता के साथ आरक्षण का सम्मान कर भर्ती तत्काल शुरू करें।
सरकार ने जान बूझकर कोर्ट में लेट लतीफी की
2011 में भाजपा ने आदिवासियों का आरक्षण बढ़ाकर 32 प्रतिशत किया था, लेकिन कांग्रेस के नेता कोर्ट में पिटीशन करते हैं, जिससे कांग्रेस की मंशा उजागर हो गई है। कांग्रेस जान बूझकर आरक्षण को लेकर कोर्ट में लेट लतीफी किए हैं, अगर समय पर कोर्ट में वकील रखें होते तो, ऐसी स्तिथि निर्मित नहीं होती। अब तक क्वांटिफाईबल डाटा को भी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
सरकार को क्वांटिफाईबल डाटा सामने लाना चाहिए
हम आरक्षण विधेयक को गलत नहीं समझ रहे हैं,. लेकिन सरकार पूरे डेटा के साथ विधेयक को रखें, ताकि पारदर्शिता बनी रहें। सरकार को क्वांटिफाईबल डाटा सामने लाना चाहिए।