आरक्षण पर बवाल : सीएम बोले-जवाब भेजकर राज्यपाल का ईगो सेटिस्फाई किया, अब कह रही हैं परीक्षण की बात.. 3 जनवरी को महारैली का ऐलान
अब राज्यपाल कहती है परीक्षण कराऊंगी, विधिक सलाहकार को खोजना पड़ेगा जो विधानसभा से बड़ा हो गया।;
स्वप्निल गौरखेड़े-रायपुर। छत्तीसगढ़ में संशोधित आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल द्वारा राज्य सरकार से पूछे गए 10 सवालों के बाद दिये जवाब में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, मैंने राज्यपाल का ईगो satisfied हो जाए इसलिए उनके सवालों का जवाब दिया है। राजभवन को दिए गए जवाब पर अब राज्यपाल को संशोधित आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर कर देना चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, विधानसभा से राज्यपाल का विधिक सलाहकार बड़ा हो गया है। राज्यपाल लगातार हस्ताक्षर नहीं करने का बहाना ढूंढ रही है, जिस प्रकार से वैधानिक संस्थाओं को कमजोर और नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है। इसका यह जीता जागता उदाहरण है।
मैंने पौने तीन करोड़ जनता के हितों का ध्यान रखा
मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश की पौने तीन करोड़ जनता के हितों का ध्यान रखते हुए मैंने राज्यपाल का ईगो satisfied हो जाए इसलिए उनके सवालों का जवाब दिया गया। सारे अधिकारी इसके विरोध में थे, क्योंकि संविधान में ऐसी ऐसी व्यवस्था नहीं है। अब राज्यपाल कहती है परीक्षण कराऊंगी, विधिक सलाहकार को खोजना पड़ेगा जो विधानसभा से बड़ा हो गया।
विरोध में कांग्रेस की 3 जनवरी को महारैली
उन्होंने कहा हाईकोर्ट, सुप्रीमकोर्ट परीक्षण करते हैं, विधिक सलाहकार परीक्षण करेंगे यह बेहद दुर्भाग्य है। इसके विरोध में कांग्रेस 3 जनवरी को महारैली करेगी।