Sawan somvaar: यहां पर कांवरियों ने 360 किलोमीटर की पदयात्रा कर मां गंगा के जल से किया जलाभिषेक...
मैनपाट स्थित चोरकीपानी शिव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए सरगुजा के सीतापुर से 49 कांवरियों का जत्था 15 अगस्त को बनारस के लिए रवाना हुआ। 360 किलोमीटर का रास्ता पैदल चलकर वे बनारस पहुंचे। पढ़िए पूरी खबर...;
आशीष कुमार गुप्ता-बतौली। छत्तीसगढ़ के मैनपाट (mainpat) स्थित चोरकीपानी शिव मंदिर (chorkipani shiva mandir) में जल चढ़ाने के लिए सरगुजा (sarguja) के सीतापुर से 49 कांवरियों का जत्था 15 अगस्त को बनारस (banaras)के लिए रवाना हुआ। 360 किलोमीटर का रास्ता पैदल चलकर वे बनारस पहुंचे। वहां उन्होंने भगवान भोलेनाथ (lord bholenath) का दर्शन किया और अस्सी घाट से मां गंगा (ganga) का जल लेकर मैनपाट पहुंचे। सावन के आखिरी सोमवार यानि कल वे चोरकीपानी मंदिर में महादेव का जलाभिषेक करेंगे।
इस महायात्रा के दौरान कांवरियों के लिए जगह-जगह जलपान की व्यवस्था की गई। उत्तरप्रदेश के डाला वैष्णवी मंदिर, बभनी, सरगुजा के प्रतापपुर, अंबिकापुर से बतौली होते हुए 9 दिन बाद कांवरियों का जत्था आज सुबह सेदम पहुंचा। वहां कांवरियों का भव्य स्वागत किया गया। लगातार दूसरे साल सेदम (sedam) से कांवरियों ने 360 किमी की यात्रा कर बनारस से मां गंगा का जल लाकर चोरकीपानी (chorkipani) मंदिर में जलाभिषेक किया।
हर साल मां गंगा के जल से मैनपाट के शिवलिंग में करेंगे जलाभिषेक
बता दें कि, इस बार कांवरियों के दल में 10 महिलाओं सहित 39 पुरुष शामिल रहे। उन्होंने कहा कि, सीतापुर (sitapur) से कांवरियों का दल हर साल 360 किलोमीटर की पदयात्रा कर मैनपाट (mainpat) के शिवलिंग में जलाभिषेक करेंगे। सेदम (sedam) में कांवरियों ने नाश्ता और भोजन किया फिर दिनभर आराम करने के बाद वे शाम को सीतापुर के लिए रवाना हो गए।