महात्मा मंदिर के सामने शराब बेचना गांधी का अपमान, भाजपा को शराब से इतना लगाव क्यों ? : कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी और विपक्ष शराबबंदी के मुद्दे को लेकर फिर एक बार आमने-सामने है। दोनों पक्षों की ओर से आरोप–प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। पढ़िए पूरी खबर-;

Update: 2021-07-16 10:59 GMT

रायपुर। प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी और विपक्ष शराबबंदी के मुद्दे को लेकर फिर एक बार आमने-सामने है। दोनों पक्षों की ओर से आरोप–प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी संचार विभाग के सदस्य एवं वरिष्ठ प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक बयान जारी करके कहा है कि- छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले डॉ. रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी के नेता अब यह बताएं की भाजपा शासित गुजरात में शराब बंदी लागू होने के बावजूद सरकारी होटल में शराब बेचने का फैसला क्यों लिया गया ?

उन्होंने आगे कहा कि- रमन सिंह को अब इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्या अब वे गुजरात में शराब बिक्री के खिलाफ फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने गांधीनगर जाएंगे? छत्तीसगढ़ में शराब बेचने के प्रचार-प्रसार के लिए उत्तरदायी रहे रमन सिंह जी शराबबंदी की मांग करने का दिखावा और ढोंग बंद करें।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के गृह राज्य गुजरात में, जहां पर पूर्ण शराबबंदी लागू है। अब उसी गुजरात की राजधानी गांधीनगर में महात्मा मंदिर के ठीक सामने रेलवे स्टेशन के पास बने हुए 10 मंजिला सरकारी होटल में शराब बेची जाएगी। क्या यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान नहीं है ? क्या डॉक्टर रमन सिंह, धरम लाल कौशिक और विष्णु देव साय भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ गुजरात में शराब की इस बिक्री का विरोध करने जाएंगे? अगर नहीं तो फिर छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के नाम पर ढकोसला क्यों करते हैं ?

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